
the international fair
Skills shine at the international fair
सही सोच, चुनौती से सीखने का जज़्बा और निरंतर मेहनत किसी भी साधारण शुरुआत को असाधारण सफ लता में बदल सकती है। यह साबित कर दिया है विपतपुरा क्षेत्र के नवाचारी युवा चंद्रशेखर कुशवाहा ने।आज उनके बनाए ग्रो बेग न सिर्फ मध्यप्रदेश में पहचान बना चुके हैं, बल्कि हाल ही संपन्न हुए 44वें अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में भी अलग छाप छोड़ चुके हैं।
कोरोना काल में जब उनके परिवार ने जीविकोपार्जन के लिए सब्जिय़ों की खेती शुरू की, तो पहली चुनौती सामने आई,उत्पाद को सुरक्षित कैसे रखा जाए, सब्जियों के खराब होने का हमेशा खतरा बना रहता था। बाज़ार से ग्रो बेग मंगवाए, लेकिन कीमतें इतनी अधिक थीं कि लंबे समय तक यह व्यवस्था चल पाना मुश्किल था। इसी समस्या ने चंद्रशेखर के मन में नए विचार को जन्म दिया। उन्होंने ठान लिया कि वे खुद ग्रो बेग तैयार करेंगे,बेहतर गुणवत्ता के साथ किफ ायती दर पर।
चंद्रशेखर कुशवाहा बताते हैं कि उन्होने करीब एक लाख की सीमित पूंजी से अपनी एक छोटी यूनिट स्थापित की। शुरुआती दौर में उत्पादन सीमित था, लेकिन उन्होंने शुरुआत से ही ऑनलाइन बिक्री पर फ ोकस रखा। ऑफ लाइन काउंटर न खोलकर उन्होंने शोरूम और अन्य खर्चों से बचत की। जिससे उनके उत्पाद की कीमत प्रतिस्पर्धी बनी रही। धीरे.धीरे मांग बढऩे लगी। ऑनलाइन ऑर्डर बढ़ते गए और उनके उत्पादों ने गुणवत्ता के दम पर अलग पहचान बना ली। आज उनकी एक यूनिट मुंबई में भी संचालित हो रही है,नरसिंहपुर की यूनिट में लगभग 30 प्रतिशत और मुंबई यूनिट में 70 प्रतिशत उत्पादन होता है।
पिछले दो-तीन वर्षों में उनकी मेहनत, गुणवत्ता और नवाचार को देखते हुए उद्योग एवं व्यापार विभाग ने राज्य स्तर पर उनकी सराहना की। इसके लिए उद्योग विभाग के एमएसएमई विभाग की ओर से उनके स्टार्ट अप के लिए विभिन्न स्तरों पर लगने वाले शुल्क और प्रोसेसिंग फीस में छूट मिली। इसके उद्योग विभाग के खर्चे पर ही उन्हें 44वें अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में अपने उत्पादों का प्रदर्शन करने का मौका मिला। वहां उन्होंने न केवल मध्यप्रदेश का नाम रोशन किया बल्कि अपने ग्रो बेग की उपयोगिता और डिजाइन से आगंतुकों का ध्यान भी आकर्षित किया। चंद्रशेखर बताते हैं वे अपने उत्पादों का प्रदर्शन शासन द्वारा आयोजित किए जाने वाले रोजगार मेलों में भी कर चुके हैं।
आज चंद्रशेखर का कारोबार लगभग 10-12 करोड़ रुपए प्रतिवर्ष तक पहुंच चुका है। वे न सिर्फ स्वावलंबी बने, बल्कि स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार का अवसर भी तैयार किया। चंद्रशेखर का लक्ष्य अब अपने कारोबार को और ऊंचाइयों तक ले जाना है और अंतरराष्ट्रीय बाजार में अपने ग्रो बेग को मजबूत जगह दिलाना है।
स्थानीय स्तर से अंतरराष्ट्रीय मंच तक
पिछले दो-तीन वर्षों में उनकी मेहनत, गुणवत्ता और नवाचार को देखते हुए उद्योग एवं व्यापार विभाग ने राज्य स्तर पर उनकी सराहना की। इसके लिए उद्योग विभाग के एमएसएमई विभाग की ओर से उनके स्टार्ट अप के लिए विभिन्न स्तरों पर लगने वाले शुल्क और प्रोसेसिंग फीस में छूट मिली। इसके उद्योग विभाग के खर्चे पर ही उन्हें 44वें अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में अपने उत्पादों का प्रदर्शन करने का मौका मिला। वहां उन्होंने न केवल मध्यप्रदेश का नाम रोशन किया बल्कि अपने ग्रो बेग की उपयोगिता और डिजाइन से आगंतुकों का ध्यान भी आकर्षित किया। चंद्रशेखर बताते हैं वे अपने उत्पादों का प्रदर्शन शासन द्वारा आयोजित किए जाने वाले रोजगार मेलों में भी कर चुके हैं।
10-12 करोड़ का सालाना कारोबार, कई लोगों को मिला रोजगार
आज चंद्रशेखर का कारोबार लगभग 10-12 करोड़ रुपए प्रतिवर्ष तक पहुंच चुका है। वे न सिर्फ स्वावलंबी बने, बल्कि स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार का अवसर भी तैयार किया। चंद्रशेखर का लक्ष्य अब अपने कारोबार को और ऊंचाइयों तक ले जाना है और अंतरराष्ट्रीय बाजार में अपने ग्रो बेग को मजबूत जगह दिलाना है।
वर्जन…
इनका चयन अंतर्राष्ट्रीय मेले में किया जाना जिले के लिए गर्व की बात है।भविष्य में विभाग से इनके प्रोजेक्ट विस्तार के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा।
पंकज पटेल,महाप्रबंधक उद्योग व व्यापार केंद्र नरसिंहपुर
इनका चयन अंतर्राष्ट्रीय मेले में किया जाना जिले के लिए गर्व की बात है।भविष्य में विभाग से इनके प्रोजेक्ट विस्तार के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा।
पंकज पटेल,महाप्रबंधक उद्योग व व्यापार केंद्र नरसिंहपुर
Published on:
04 Dec 2025 02:29 pm
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