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चिराग पासवान ने एक तीर से साधे दो निशाने, केजरीवाल से की प्रशांत किशोर की तुलना

प्रशांत किशोर के एनडीए नेताओं पर लगाए गए आरोपों का पलटवार करते हुए चिराग पासवान ने कहा कि, ऐसी ही राजनीति दिल्ली में भी देखी गई थी।

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भारत

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Himadri Joshi

Sep 30, 2025

Chirag Paswan

चिराग पासवान (फोटो- आईएएनएस)

जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर के एनडीए नेताओं पर लगाए गए आरोपों का लोजपा (रामविलास) के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने जवाब दिया है। पासवान ने कहा, वे लगातार विभिन्न लोगों पर आरोप लगा रहे हैं, यह जांच का विषय है। इसके बाद पासवान ने प्रशांत किशोर की तुलना दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल से करते हुए कहा कि, ऐसी ही राजनीति दिल्ली में भी देखी गई थी, जब आम आदमी पार्टी के एक नेता आए थे और आरोपों की सूची लगा दी थी। जब उनके पास वक्त आया कि वे उस सूची पर कार्रवाई कर सकें, तो उन्होंने खामोशी साध ली थी।

विपक्ष केंद्र और प्रदेश सरकार की योजनाओं से घबरा चुका

केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने मंगलवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि प्रशांत किशोर द्वारा जिन लोगों पर आरोप लगाए गए हैं, वे पूरी तरह से अपना पक्ष रखने में सक्षम हैं। कुछ नेताओं ने मानहानि का दावा भी किया है और जवाब भी दिया है। उन्होंने कहा कि प्रशांत किशोर आरोप लगाएंगे और ये जवाब देंगे, दूध का दूध, पानी का पानी हो जाएगा। विपक्ष के बिहार सरकार के खजाने में पैसा नहीं और योजनाओं की घोषणा करने के आरोपों को लेकर चिराग पासवान ने कहा कि विपक्ष केंद्र और प्रदेश सरकार की योजनाओं से घबरा चुका है। पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम नीतीश कुमार न केवल शिलान्यास कर रहे, बल्कि योजनाओं का उद्घाटन भी कर रहे हैं, जबकि विपक्ष अब तक सिर्फ सपना ही देखता रह गया।

एनडीए सरकार ने महिलाओं को पैरों पर खड़ा किया

15 साल तो इन्हें भी मिले थे, तब इन्होंने क्यों नहीं इन योजनाओं को धरातल पर उतारा था। महिलाओं को लेकर इनकी सोच सिर्फ इतनी थी कि उम्र भर आप इन्हें आश्रित बनाकर रखते और उन्हें र महीने किस्त देते रहते। लेकिन आज महिलाओं के खाते में 10-10 हजार रुपए डालकर यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया जा रहा है कि वे उद्यमी बनें, अपने पैरों पर खड़ी हों। जब एक महिला अपने पैरों पर खड़ी होती है तो पूरे परिवार को साथ लेकर खड़ी होती है। इसके बाद उनके प्रोजेक्ट पर और दो लाख रुपए दिए जाएंगे जिससे वे पूरे व्यापार को स्थापित कर सकेंगी। यह विकास की सोच है। यह ऐसा कदम है जो महिलाओं को सशक्त करता है और परिवारों को सशक्त करता है। ऐसी योजनाएं तो विपक्ष सपने में भी नहीं सोच सकता।