
दित्वाह से मौत का आंकड़ा 465 (IANS)
Cyclone Ditwah: श्रीलंका के इतिहास में सबसे विनाशकारी चक्रवातों में शुमार ‘दित्वाह’ ने पूरे द्वीप को तबाह कर दिया है। अधिकारियों के अनुसार अब तक 465 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 366 लोग अभी भी लापता हैं और उनकी जीवित मिलने की उम्मीद लगभग खत्म हो चुकी है। पिछले हफ्ते आए इस चक्रवात ने रिकॉर्ड तोड़ बारिश की, जिससे बड़े पैमाने पर भूस्खलन और बाढ़ आई। हजारों घर, सड़कें, उद्योग और खेती की जमीन पूरी तरह बर्बाद हो गई।
आपदा प्रबंधन और आवश्यक सेवाओं के आयुक्त-जनरल प्रभात चंद्रकीर्ति ने बुधवार को बताया, “हमारा प्रारंभिक अनुमान है कि घरों, सड़कों, उद्योगों और बुनियादी ढांचे के पुनर्निर्माण के लिए 6 से 7 अरब अमेरिकी डॉलर (लगभग 58,000 करोड़ रुपये) की जरूरत होगी।”
जिन परिवारों के घर पूरी तरह नष्ट हो गए, उन्हें अधिकतम 25 लाख श्रीलंकाई रुपये (लगभग 8,100 अमेरिकी डॉलर या 6.8 लाख भारतीय रुपये) तक की मदद दी जाएगी। घरों की सफाई के लिए प्रत्येक परिवार को 25,000 रुपये (81 डॉलर) दिए जा रहे हैं।
राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके ने कहा, “हम तीन साल पहले के सबसे गंभीर आर्थिक संकट से अभी-अभी उबर रहे थे कि यह प्राकृतिक आपदा आ गई। यह किसी भी सरकार के सामने अब तक की सबसे बड़ी चुनौती है।” राष्ट्रपति ने शनिवार को पूरे देश में आपातकाल घोषित कर दिया था और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से भारी सहायता की अपील की है। उन्होंने वादा किया है कि विदेशी मदद के साथ तेजी से पुनर्निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा।
श्रीलंका इस समय पहले से ही कर्ज के भारी बोझ और मुद्रास्फीति से जूझ रहा है। ऐसे में चक्रवात ‘दित्वाह’ ने देश की अर्थव्यवस्था पर एक और गहरा आघात किया है। अंतरराष्ट्रीय दानदाता एजेंसियों और पड़ोसी देशों से मदद की उम्मीद की जा रही है।
Updated on:
03 Dec 2025 02:10 pm
Published on:
03 Dec 2025 02:09 pm
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