
रोहिणी आचार्य और लालू प्रसाद (Photo-IANS)
बिहार विधानसभा चुनाव परिणाम में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) को मिली करारी हार के बाद लालू प्रसाद यादव के परिवार में घमासान मचा हुआ है। आरजेडी के संरक्षक लालू प्रसाद यादव के परिवार में हुए घटनाक्रम के बीच उनके करीबी सहयोगी और पार्टी के पूर्व उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने उनकी जमकर आलोचना की है। शिवानंद तिवारी ने पूछा कि क्या वरिष्ठ राजनेता सिर्फ देखते रहे जब उनकी बेटी रोहिणी आचार्य अपने भाई तेजस्वी यादव के साथ झगड़े के बाद आंसू बहाते हुए घर से बाहर निकलीं। बता दें कि रोहिणी ने शनिवार को अपने भाई तेजस्वी पर गंभीर आरोप लगाते हुए घर छोड़ दिया था।
आपको बता दें कि बिहार विधानसभा चुनावों में राजद की करारी हार के बाद यादव परिवार में यह चौंकाने वाला घटनाक्रम सामने आया है। तेजस्वी यादव के नेतृत्व वाली पार्टी, जिसने कांग्रेस और वामपंथी दलों के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ा था, इस चुनाव में सिर्फ़ 25 सीटें जीत पाई।
लालू परिवार में हुए घटनाक्रम के बाद एनडीटीवी से बात करते हुए पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद शिवानंद तिवारी ने सवाल उठाया कि लालू यादव अपनी बेटी के समर्थन में क्यों नहीं आए। उन्होंने कहा कि क्या उन्हें कुछ नजर नहीं आ रहा है। उनकी बेटी उनके घर से निकली, उसने कहा कि उस पर चप्पल फेंकी गई, और वह रोती हुई घर से निकली। एक बेटी अपने पिता का घर रोते हुए छोड़ती है, और लालू यादव और राबड़ी देवी वहीं बैठे देखते रहते हैं।
साल 2022 में लालू यादव को किडनी दान करने वाली रोहिणी ने आरजेडी की करारी हार के बाद विस्फोटक दावे किए और कहा कि वह राजनीति छोड़ने जा रही है। वह अपने परिवार से दूरी बना रही हैं। तेजस्वी ने कथित तौर पर उन पर चप्पल फेंकी और पार्टी की चुनावी हार के लिए उन्हें ज़िम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि मुझे गालियाँ दी गईं और मुझ पर अपनी खराब किडनी अपने पिता को दान करने का आरोप लगाया गया, और वह भी करोड़ों रुपये और पार्टी टिकट के बदले में।
Updated on:
17 Nov 2025 04:42 pm
Published on:
17 Nov 2025 04:41 pm
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