Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

अल फलाह यूनिवर्सिटी पर ED की छापेमारी, मालिक और प्रबंधकों पर वित्तीय अनियमितताओं के आरोप

ED Raid: ईडी ने दिल्ली और फरीदाबाद में अल-फलाह ट्रस्ट और अल-फलाह यूनिवर्सिटी के 25 ठिकानों पर PMLA केस में छापेमारी की, जिसमें बड़ी मात्रा में दस्तावेज़ और डिजिटल डिवाइस जब्त किए गए है।

less than 1 minute read
Google source verification
ED Raid at Al Falah Trust

अल-फलाह ट्रस्ट पर ED की छापेमारी (IANS)

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मंगलवार सुबह दिल्ली और फरीदाबाद में अल-फलाह ट्रस्ट (Al-Falah Trust) और अल-फलाह यूनिवर्सिटी (Al-Falah University) से जुड़े करीब 25 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी (Raid) की। ये छापे प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत दर्ज मामले में हो रहे हैं। यूनिवर्सिटी और इसके मालिकों-प्रबंधकों पर विदेशी फंडिंग के नियमों का उल्लंघन, करोड़ों रुपये की अवैध फंडिंग और काले धन को सफेद करने के गंभीर आरोप लगे हैं।

यहां चल रही छापेमारी

सूत्रों के अनुसार, ईडी की टीमें सुबह से ही दिल्ली के ओखला (जामिया नगर, ओखला विहार) में अल-फलाह ट्रस्ट के मुख्यालय, फरीदाबाद के सेक्टर-22 स्थित अल-फलाह यूनिवर्सिटी कैंपस, ट्रस्ट और यूनिवर्सिटी के संचालकों के निजी आवासों एवं अन्य संबंधित परिसरों में तलाशी ले रही हैं।

छापेमारी से जब्त किया सामान

छापेमारी के दौरान अब तक बड़ी मात्रा में दस्तावेज, बैंक खातों की डिटेल्स, लैपटॉप, मोबाइल फोन और अन्य डिजिटल डिवाइस जब्त किए जा चुके हैं। ईडी अधिकारियों का कहना है कि तलाशी अभियान अभी जारी है और शाम तक कुछ और ठिकानों पर दबिश पड़ सकती है।

अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं

दिल्ली पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने पूरे इलाके में भारी सुरक्षा व्यवस्था कर रखी है। अभी तक किसी की गिरफ्तारी की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन जांच एजेंसी के सूत्रों ने संकेत दिए हैं कि जल्द ही इस मामले में बड़े खुलासे हो सकते हैं।

अवैध फंडिंग के मामले में मामला दर्ज

कुछ महीने पहले ही ईडी ने अल-फलाह यूनिवर्सिटी और इसके मालिकों के खिलाफ PMLA के तहत केस दर्ज किया था। आरोप है कि ट्रस्ट और यूनिवर्सिटी के नाम पर विदेश से आए डोनेशन के नियमों का खुला उल्लंघन किया गया, करोड़ों रुपये की अवैध फंडिंग की गई और संपत्तियों के दुरुपयोग के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग की गई।