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Bihar Election Result: खुद तो डूबे PK पर 35 सीटों पर किया ‘खेला’, 236 सीटों पर जमानत जब्त का भी बनाया रेकॉर्ड

Bihar Election Result: बिहार विधानसभा चुनाव में प्रशांत किशोर को एक सीट पर भी जीत नसीब नहीं हुई, लेकिन उन्होंने 35 सीटों पर खेल जरूर बिगाड़ दिया। जानिए किसे पहुंचा फायदा...

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Prashant Kishor

जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर (Photo-IANS)

Bihar Election Result: बिहार विधानसभा चुनाव में NDA को बंपर जीत मिली। नीतीश-मोदी की जोड़ी ने 243 में से 202 सीटों पर कब्जा जमाया। दूसरी तरफ प्रशांत किशोर को पहली पारी में बुरी तरह शिकस्त का सामना करना पड़ा है। जन सुराज पार्टी ने 236 सीटों पर जमानत गंवा दी, लेकिन 35 पर महागठबंधन और एनडीए का खेल बिगाड़ दिया। जनसुराज को मिले वोट हार और जीत के अंतर से अधिक थे।

35 सीटों पर बिगाड़ा खेल

इन 35 सीटों में से 19 पर NDA के प्रत्याशी जीते, जबकि 14 सीटों पर महागठबंधन ने कब्जा जमाया। पहली बार बिहार विधानसभा चुनाव लड़ रही जनसुराज पार्टी 115 सीटों पर तीसरे स्थान पर रही। मढ़ौरा सीट पर पार्टी दूसरे स्थान पर रही। 73 सीटों पर वो चौथे नंबर की पार्टी रही। 24 सीटों पर पांचवे नंबर की पार्टी बनी। 12 सीटों पर वो छठे से नौवें स्थान पर रही। पार्टी की तरफ कुल वोट शेयर 3.4% ही रहा। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, जिन 35 सीटों पर प्रशांत किशोर ने सियासी समीकरण बिगाड़े, उनमें से जदयू ने 10 पर, बीजेपी ने 5 पर, राजद ने 9 पर, लोजपा (रामविलास) ने तीन पर, कांग्रेस 2, माकपा, भाकपा माले और IIP को 1-1-1 सीट पर जीत मिली।

एक्सपर्ट जता रहे थे इस बात की आशंका

बिहार विधानसभा चुनाव के शुरुआत से ही लोग यह दावे करने लगे थे पीके इस बार ज्यादा से ज्यादा खेल बिगाड़ने वाले साबित होंगे। कुछ लोगों ने कहा था कि पीके ब्राह्मण समुदाय से आते हैं, इसलिए वह सवर्ण वोट में सेंधमारी कर भाजपा को नुकसान पहुंचाएंगे, जबकि कुछ लोगों का तर्क था कि सत्ता विरोधी लहर का वोट जनुसराज की तरफ जाएगा, इससे महागठबंधन को नुकसान होगा।

बसपा और मीम का देखने को मिला प्रभाव

बसपा और ओवैसी की पार्टी AIMIM का प्रभाव भी इन पर देखने को मिला। इसमें मायावती की बहुजन समाज पार्टी यानी बसपा ने 181 सीटों पर चुनाव लड़ा था। हालांकि, पार्टी को एक ही सीट मिल सकी, वहीं एक अन्य सीट पर वो दूसरे नंबर की पार्टी रही। आंकड़ों पर नजर डालें तो 20 ऐसी सीट हैं, जहां बसपा को जीत के अंतर से अधिक वोट मिले हैं। इनमें एनडीए ने एक और महागठबंधन ने दो सीटें जीती हैं। मतलब साफ है कि बसपा 90% सीटों पर एनडीए की जीत का आधार लिख गई।