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मौसम का फिर बदला मिजाज: 1-4 नवंबर तक कई राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट, इन राज्यों में आंधी की चेतावनी

Heavy Rains Alert: भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, अगले चार दिन यानी एक से चार नवंबर तक देश के कई राज्यों में भारी होने की संभावना है। आईएमडी ने इसको लेकर अलर्ट जारी किया है।

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Heavy Rains Alert

मौसम ने फिर ली करवट (Photo-IANS)

Weather Update: इस साल मानसून ने देशभर में रिकॉर्ड तोड़ बारिश बरसाई, जिससे तापमान में राहत मिली और जल संकट कम हुआ। लेकिन मानसून विदाई के बाद मौसम ने फिर करवट ले ली है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने 1 से 4 नवंबर तक पश्चिम, पूर्व, मध्य और उत्तर-पूर्व भारत के कई राज्यों में भारी से बहुत भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। एक डिप्रेशन दक्षिण छत्तीसगढ़ से उत्तर की ओर बढ़ रहा है, जो बंगाल की खाड़ी के निम्न दबाव क्षेत्र से प्रभावित है। इससे तेज हवाएं, आंधी, बिजली चमकने और बाढ़ का खतरा है। विशेषज्ञों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन के कारण पोस्ट-मानसून बारिश असामान्य रूप से तीव्र हो रही है।

राजस्थान में हल्की-मध्यम बारिश, बादल और हवाओं का दौर

राजस्थान में मानसून ने भरपूर बारिश दी, लेकिन अब पश्चिमी विक्षोभ के असर से मौसम फिर सक्रिय हो गया। IMD ने पूर्वी राजस्थान के कई जिलों में 1-4 नवंबर को हल्की से मध्यम बारिश का अलर्ट जारी किया है। पश्चिम राजस्थान में अलग-अलग जगहों पर गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ेंगी। तेज हवाएं (30-40 किमी/घंटा) चलने की संभावना है, जिससे धूल भरी आंधी का सामना करना पड़ सकता है। जयपुर, उदयपुर और जोधपुर जैसे शहरों में बादल छाए रहेंगे। किसानों को फसलें बचाने की सलाह दी गई है, जबकि यात्रियों को सतर्क रहने को कहा गया।

गुजरात में भारी बारिश और आंधी, सौराष्ट्र-कच्छ में हाई अलर्ट

गुजरात में मानसून की अच्छी बरसात के बाद अब अरब सागर का निम्न दबाव क्षेत्र सक्रिय है। IMD ने गुजरात क्षेत्र, सौराष्ट्र और कच्छ में 1-4 नवंबर को हल्की से भारी बारिश का अलर्ट दिया है। अहमदाबाद, सूरत और वडोदरा में रुक-रुककर बौछारें पड़ेंगी, जबकि तटीय इलाकों में आंधी (40-50 किमी/घंटा) और बिजली गरजने का खतरा है। 30 अक्टूबर से ही हल्की बारिश शुरू हो चुकी है, जो अगले दिनों तीव्र होगी। मछुआरों को समुद्र में न उतरने की चेतावनी है। बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत कार्य तेज कर दिए गए हैं।

इन राज्यों में भारी बारिश: महाराष्ट्र-गोवा से पूर्वोत्तर तक अलर्ट

पश्चिम भारत में महाराष्ट्र, सौराष्ट्र, गोवा और कोंकण के घाट इलाकों में 1-4 नवंबर को भारी से बहुत भारी बारिश होगी। मुंबई, पुणे और रत्नागिरि में जलभराव का खतरा है, साथ ही तेज हवाएं (50-60 किमी/घंटा) और बिजली चमकेंगी। उत्तर-पश्चिम में उत्तर प्रदेश के पूर्वी जिलों में 1 नवंबर को तेज बारिश का अलर्ट है। पूर्वी-मध्य भारत के मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, विदर्भ, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, सिक्किम और अंडमान-निकोबार में रुक-रुककर भारी बौछारें पड़ेंगी। छत्तीसगढ़ में डिप्रेशन के कारण 30 अक्टूबर से ही भारी बारिश हो रही है। उत्तर-पूर्व के मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, असम और नागालैंड में अगले चार दिनों में बहुत भारी बारिश और भूस्खलन का खतरा है। IMD ने असम-मेघालय में रेड अलर्ट लगाया है।

हल्की-मध्यम बारिश वाले क्षेत्रों में सतर्कता बरतें

उत्तर-पश्चिम, पूर्वी-मध्य, उत्तर-पूर्व और पश्चिम भारत के कई हिस्सों में हल्की-मध्यम बारिश के साथ तेज हवाएं और बिजली का अलर्ट है। दिल्ली-एनसीआर में 1-2 नवंबर को हल्की बौछारें संभव हैं। IMD ने सभी राज्यों में आपदा प्रबंधन टीमों को हाई अलर्ट पर रखा है। विशेषज्ञों के अनुसार, यह बारिश जल संसाधनों को रिचार्ज करेगी, लेकिन बाढ़ और भूस्खलन से सावधानी बरतें। लोगों को बाहरी गतिविधियां टालने और अपडेट चेक करने की सलाह दी गई है।