
छात्रों के अभिभावकों ने फैकल्टी मेंबर्स से की मुलाकात
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में लाल किले के पास हुए कार विस्फोट के बाद फरिदाबाद की अल फलाह यूनिवर्सिटी चर्चाओं में है। ईडी ने यूनिवर्सिटी के फाउंडर जवाद अहमद को गिरफ्तार कर लिया और 13 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। वहीं अब सवाल उठ रहा है कि क्या अल-फलाह यूनिवर्सिटी बंद हो जाएगी? दरअसल, इस यूनिवर्सिटी में हजारों छात्र और फैकल्टी मेंबर्स हैं। यूनिवर्सिटी के डॉक्टरों का आतंकवादी संगठन से जुड़ने के बाद छात्र और अभिभावक परेशान हैं।
अल-फलाह यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले एक स्टूडेंट के परिजन खुशपाल सिंह ने कहा, "हमें अपने बच्चों के भविष्य को लेकर कुछ शक था। हमने मैनेजमेंट को रिप्रेजेंटेशन दिया था, जो उन्हें मिल गया है। मैनेजमेंट ने हमें बोलकर भरोसा दिलाया है कि हमारे बच्चों का भविष्य सुरक्षित है। उन्होंने हमें भरोसा दिलाया है कि कॉलेज बंद नहीं होगा। आज 15-16 स्टूडेंट्स के पेरेंट्स कॉलेज मैनेजमेंट से मिले।"
वहीं एक अन्य छात्र के परिजन ने कहा कि हमारी चिंता बच्चों के भविष्य को लेकर थी और हमने कॉलेज के प्रोफेसरों से मुलाकात की है।
बता दें कि शनिवार को छात्रों के अभिभावकों ने यूनिवर्सिटी के तीन फैकल्टी मेंबर्स से मुलाकात की। हालांकि इस दौरान वीसी से मुलाकात नहीं हो पाई। फैकल्टी मेंबर्स और अभिभावकों के बीच करीब दो घंटे तक बैठक हुई। इस दौरान फैकल्टी मेंबर्स ने अभिभावकों को आश्वस्त किया कि विश्वविद्यालय बंद नहीं होगा और हालात जल्द सामान्य होंगे।
इससे पहले अल-फलाह विश्वविद्यालय ने राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (एनएएसी) द्वारा जारी कारण बताओ नोटिस का जवाब दिया। यूनिवर्सिटी ने अपनी वेबसाइट पर पुरानी मान्यता के प्रदर्शन को "एक चूक" बताया और पुष्टि की कि अब यह जानकारी हटा दी गई है।
बता दें कि यूनिवर्सिटी का यह आश्वासन अल-फलाह समूह में कथित वित्तीय कदाचार की प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा चल रही जांच के बीच आया है। ईडी सूत्रों के अनुसार, करोड़ों रुपये कथित तौर पर परिवार से जुड़ी संस्थाओं को हस्तांतरित कर दिए गए, और निर्माण और खानपान के ठेके समूह के अध्यक्ष सिद्दीकी के परिवार के स्वामित्व वाली कंपनियों को दिए गए।
Published on:
22 Nov 2025 06:23 pm
बड़ी खबरें
View Allबिहार चुनाव
राष्ट्रीय
ट्रेंडिंग
