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एनसीएसएल समिट में ग्लोबल बेंचमार्किंग पर जोर

एनएलसी भारत ने निर्वाचित प्रतिनिधियों के अब तक के सबसे बड़े प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया

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एनएलसी भारत ने निर्वाचित प्रतिनिधियों के अब तक के सबसे बड़े प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया

नई दिल्ली. अमरीका के बोस्टन में आयोजित नेशनल कॉन्फ्रेंस ऑफ स्टेट लेजिस्लेचर्स (एनसीएसएल) समिट 2025 में 24 भारतीय राज्यों और 21 राजनीतिक दलों के 130 विधान सभा सदस्यों और विधान परिषद सदस्यों ने भाग लिया। 4 से 6 अगस्त के दौरान आयोजित इस शिखर सम्मेलन में शामिल प्रतिनिधियों ने हेल्थकेयर सिस्टम्स, गवर्नेंस में एआइ की भूमिका, जलवायु परिवर्तन, आर्थिक विकास, महिला सशक्तिकरण और परिवहन नीति जैसे दुनिया भर के महत्वपूर्ण विषयों पर आयोजित प्रभावी सत्रों में हिस्सा लिया। प्रतिनिधिमंडल ने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी और मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी जाकर वहां के लीडर्स के साथ मुलाकात की। एनएलसी भारत के संस्थापक डॉ. राहुल वी. कराड ने कहा कि इस कार्यक्रम में अलग-अलग पार्टियों के सदस्यों के एक साथ सीखने और ग्लोबल बेंचमार्किंग पर जोर दिया गया। भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने NCSL के 50वें स्थापना दिवस समारोहों में भी हिस्सा लिया, जहां उन्होंने NCSL के सीनियर लीडर्स और अमेरिका में रहने वाले भारतीय मूल के शिक्षाविदों और नीति विशेषज्ञों के साथ बातचीत की। आपस में विचारों के इस तरह आदान-प्रदान से, 21वीं सदी में जवाबदेह और लोगों को अहमियत देने वाली शासन-व्यवस्था बनाने में निर्वाचित प्रतिनिधियों की बढ़ती भूमिका पर बेहद मूल्यवान बातचीत की शुरुआत हुई।
NLC भारत ने 2024 में पहली बार अमेरिका के लुईसविले, केंटकी में आयोजित NCSL में भाग लेने के लिए पूरे भारत के 50 निर्वाचित प्रतिनिधियों को साथ लाकर एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की थी। ये पहल सचमुच बेमिसाल थी, जिसने अलग-अलग पार्टियों के सदस्यों के एक साथ सीखने और ग्लोबल बेंचमार्किंग की मदद से लोकतंत्र की क्षमता को मज़बूत करने का मंच तैयार किया। इस पहल से यह जाहिर होता है कि, NLC भारत लोकतांत्रिक क्षमता को मज़बूत करने के अपने इरादे पर अटल है। इस कार्यक्रम में अलग-अलग पार्टियों के सदस्यों के एक साथ सीखने और ग्लोबल बेंचमार्किंग पर जोर दिया गया, जिसका उद्देश्य निर्वाचित प्रतिनिधियों के काम-काज को बेहतर बनाना, पॉलिसी में इनोवेशन को बढ़ावा देना और भारत के चुने हुए प्रतिनिधियों के बीच लोकतंत्र में सबको साथ लेकर चलने की भावना को विकसित करना है।