
झुंझुनूं में एक दुकान पर सजी राखियां।
रक्षा बंधन पर 9 अगस्त, शनिवार 2025 को श्रावण पूर्णिमा के दिन सुबह से दोपहर 2.24 तक सर्वार्थ सिद्धि योग रहेगा। इसके बाद भी दिनभर शुभ योग बने रहेंगे। इस बार रक्षाबंधन पर भद्रा का प्रभाव नहीं रहेगा। यानि बहनें दिन में कभी भी अपने भाई की कलाई पर राखी बांध सकेगी। शास्त्रों के अनुसार जब भद्रा भूलोक पर होती हैं तब शुभ कार्य वर्जित माने जाते हैं। इस बार ऐसी कोई स्थिति नहीं होगी। अत: बहनें दिनभर रक्षा सूत्र बांध सकती हैं। इतना ही नहीं इस बार यह ग्रह-नक्षत्रों की दृष्टि से अत्यंत दुर्लभ व शुभ संयोग वाला दिन रहेगा। ऐसा संयोग कई वर्षों पूर्व बना था।
नौ अगस्त शनिवार को श्रवण नक्षत्र रहेगा। इस दिन चंद्रमा मकर राशि में रहेंगे, जिसकी स्वामिनी शनि है और शनिवार का स्वामी भी शनि है। श्रवण नक्षत्र स्वयं शनि की राशि में आता है। शास्त्रों के अनुसार श्रवण नक्षत्र के अधिपति विष्णु हैं जबकि सौभाग्य योग के अधिपति ब्रह्मा हैं। अत: यह पर्व ब्रह्मा-विष्णु की साक्षी में सम्पन्न होगा, जो इसे आध्यात्मिक दृष्टि से और पावन बना देता है। पंडित दिनेश मिश्रा ने बताया, इस दिन सूर्य कर्क, चंद्र मकर, मंगल कन्या, बुध कर्क, गुरु और शुक्र मिथुन, राहु कुंभ तथा केतु सिंह राशि में रहेंगे।
मिश्रा ने बताया कि सुबह 7:37 से 9:16 तक शुभ का चौघड़िया रहेगा। दिन के 12:32 से शाम 5:27 तक चर ,लाभ और अमृत का चौघड़िया रहेगा। इसके अलावा दोपहर 11:50 से 12:45 तक अभिजीत नामक शुभ मुहूर्त भी रहेगा। इसमें बहनें रक्षा सूत्र बांधकर अपने भाई की लंबी उम्र की कामना कर सकती हैं।
मिश्रा ने बताया कि इस बार रक्षाबंधन के दिन कोई भद्रा नहीं रहेगी। अतः पूरे दिन सूण जिमाकर कभी भी राखी बांधी जा सकती है, पूरा दिन शुभ रहेगा। रक्षाबंधन हमारा विशेष पर्व है इस दिन सर्वप्रथम अपने इष्ट देव को रक्षाबंधन अर्पण करना चाहिए। उसके बाद घर में स्वास्तिक बनाकर सुन जिमाकर परिवार के संग सामूहिक रूप से रक्षाबंधन करना चाहिए यह समृद्धि दायक है।
Updated on:
21 Jul 2025 12:07 pm
Published on:
21 Jul 2025 12:06 pm
बड़ी खबरें
View Allसमाचार
ट्रेंडिंग
