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छिंदवाड़ा में कफ सिरप से 6 बच्चों की मौत, इधर सागर में न निरीक्षण ना ही एडवाइजरी

औषधि नियंत्रक और स्वास्थ्य विभाग को फर्क नहीं… सागर. छिंदवाड़ा में कफ सिरप से 6 बच्चों की मौत के बाद प्रदेशभर में हड़कंप की स्थिति है वहीं सागर में ड्रग और स्वास्थ्य विभाग लापरवाह बना हुआ है। जिले में न तो ड्रग निरीक्षण सोनल जैन का निरीक्षण सामने आया और ना स्वास्थ्य विभाग ने कोई […]

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सागर

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Nitin Sadaphal

Oct 04, 2025

CG News: कफ सिरप से बच्चों की मौत के बाद भी प्रशासन सोया, जिले में बिना पर्ची हो रही बिक्री...(photo-patrika)

CG News: कफ सिरप से बच्चों की मौत के बाद भी प्रशासन सोया, जिले में बिना पर्ची हो रही बिक्री...(photo-patrika)

औषधि नियंत्रक और स्वास्थ्य विभाग को फर्क नहीं...

सागर. छिंदवाड़ा में कफ सिरप से 6 बच्चों की मौत के बाद प्रदेशभर में हड़कंप की स्थिति है वहीं सागर में ड्रग और स्वास्थ्य विभाग लापरवाह बना हुआ है। जिले में न तो ड्रग निरीक्षण सोनल जैन का निरीक्षण सामने आया और ना स्वास्थ्य विभाग ने कोई एडवाइजरी जारी की। मेडिकल स्टोर पर यह सिरप बिक भी रहीं है तो मेडिकल संचालकों को इसकी जानकारी भी नहीं दी गई। हालांकि सीएमएचओ डॉ. ममता तिमोरी ड्रग निरीक्षक को निर्देश देने की बात कह रहीं हैं।

छिंदवाड़ा में 6 बच्चों की मौत का जिम्मेदार कोल्ड्रिंक और नेक्सट्रॉस डीएस सिरप को ठहराया गया है। इसके चलते छिंदवाड़ा कलेक्टर ने दोनों सिरप पर तत्काल बैन लगा दिया। जांच में सामने आया है कि बच्चों की किडनी खराब होने की वजह कफ सिरप है। जिन बच्चों को सर्दी-खांसी और बुखार की शिकायत पर कफ सिरप दिया गया था, उनकी किडनी धीरे-धीरे फेल हो गई। सिरप में डायएथिलीन ग्लायकॉल नामक केमिकल की गड़बड़ी की आशंका है। छिंदवाड़ा प्रशासन ने एडवाइजरी जारी की है। माता-पिता, डॉक्टरों और मेडिकल संचालकों से अपील की गई है कि वे प्रतिबंधित सिरप का उपयोग या बिक्री न करें।

-छिंदवाड़ा की घटना को देखते हुए ड्रग निरीक्षक को निर्देश दिए गए हैं कि वह जिले दवा विक्रेताओं से संपर्क करें। मेडिकल पर यह प्रतिबंधित दवाओं की जांच करें। अभी तक उन्होंने कोई जानकारी मुझे नहीं भेजी है।
डॉ. ममता तिमोरी, सीएमएचओ।