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गोलियों की गूंज से दहला जंगल, लेकिन पुलिस ने पीछा नहीं छोड़ा…

ग्वालियर. गुर्जा गांव को दहलाने वाले 30 हजार के इनामी डकैत योगी गुर्जर की गैंग और पुलिस के बीच मुठभेड़ हो गई। रात 3 बजे विश्वामित्र पहाड़ी के जंगल में हुई मुठभेड़ में, जहां डकैतों ने अंधाधुंध 17 गोलियां चलाईं। वहीं पुलिस ने जवाब में 23 गोलियां चलाईं, लेकिन अंधेरे में निशाना सही नहीं बैठा। इस दौरान पत्थर के टुकड़े लगने से बेहट थाना प्रभारी महावीर सिंह और आरक्षक अरविंद चकवा घायल हो गए।

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ग्वालियर. गुर्जा गांव को दहलाने वाले 30 हजार के इनामी डकैत योगी गुर्जर की गैंग और पुलिस के बीच मुठभेड़ हो गई। रात 3 बजे विश्वामित्र पहाड़ी के जंगल में हुई मुठभेड़ में, जहां डकैतों ने अंधाधुंध 17 गोलियां चलाईं। वहीं पुलिस ने जवाब में 23 गोलियां चलाईं, लेकिन अंधेरे में निशाना सही नहीं बैठा। इस दौरान पत्थर के टुकड़े लगने से बेहट थाना प्रभारी महावीर सिंह और आरक्षक अरविंद चकवा घायल हो गए।

ग्वालियर. गुर्जा गांव को दहलाने वाले 30 हजार के इनामी डकैत योगी गुर्जर की गैंग और पुलिस के बीच मुठभेड़ हो गई। रात 3 बजे विश्वामित्र पहाड़ी के जंगल में हुई मुठभेड़ में, जहां डकैतों ने अंधाधुंध 17 गोलियां चलाईं। वहीं पुलिस ने जवाब में 23 गोलियां चलाईं, लेकिन अंधेरे में निशाना सही नहीं बैठा। इस दौरान पत्थर के टुकड़े लगने से बेहट थाना प्रभारी महावीर सिंह और आरक्षक अरविंद चकवा घायल हो गए।

डकैत योगी गुर्जर की पुलिस से मुठभेड़, 17 गोलियां चलाकर चकमा दे भागी गैंग
बेहट थाना प्रभारी और एक आरक्षक चोटिल, हत्या के प्रयास का मामला दर्ज

ग्वालियर. गुर्जा गांव को दहलाने वाले 30 हजार के इनामी डकैत योगी गुर्जर की गैंग और पुलिस के बीच मुठभेड़ हो गई। रात 3 बजे विश्वामित्र पहाड़ी के जंगल में हुई मुठभेड़ में, जहां डकैतों ने अंधाधुंध 17 गोलियां चलाईं। वहीं पुलिस ने जवाब में 23 गोलियां चलाईं, लेकिन अंधेरे में निशाना सही नहीं बैठा। इस दौरान पत्थर के टुकड़े लगने से बेहट थाना प्रभारी महावीर सिंह और आरक्षक अरविंद चकवा घायल हो गए।
बेहट थाना प्रभारी महावीर सिंह ने बताया कि डकैत योगी उर्फ योगेन्द्र गुर्जर और कल्ली गुर्जर का गैंग बेहट और हस्तिनापुर के जंगल में सक्रिय था। पुलिस को उनके ठिकाने का पता रात 11 बजे चला। जब पुलिस टीम ने जंगल में घुसकर डकैतों को घेरने का प्रयास किया, तो डकैतों ने फायरिंग शुरू कर दी। डकैतों की एक गोली महावीर सिंह के पास पत्थर पर लगी, जिससे पत्थर के टुकड़े उनके पीठ और आरक्षक अरविंद चकवा के कान के पास लगे। दोनों पुलिसकर्मी मामूली रूप से घायल हुए हैं। डकैत मौके से भागने में सफल रहे।

गैंग पर मामला दर्ज
पुलिस ने डकैतों पर हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया है। इसमें कल्ली उर्फ किलेदार, योगी उर्फ योगेन्द्र, रामवृज, रवि, रामलखन, जितेन्द्र उर्फ रबूदा और आशाराम गुर्जर शामिल हैं। गौरतलब है कि 8 अक्टूबर को इस गैंग ने गुर्जा गांव में अंधाधुंध गोलियां चलाकर अंजू गुर्जर को अगवा किया था, जिसमें उसके पति और परिवार के अन्य सदस्य घायल हुए थे। अंजू गर्भवती थी और उसे अगवा करने के बाद अगले दिन जंगल में छोड़ दिया गया।

डकैतों की जंगल में तलाश

डकैत योगी और कल्ली गुर्जर गिरोह का गिरोह बेहट और हस्तिनापुर के जंगल में आया था। पुलिस से डकैतों की मुठभेड़ हुई है। गिरोह बचकर निकल गया है। उसकी तलाश में जंगल में सर्चिँग की जा रही है। मुठभेड में बेहट थाना प्रभारी और एक आरक्षक चोटिल हुए हैं।

धर्मवीर सिंह यादव, एसएसपी ग्वालियर