
चुनाव तैयारी पर सवाल! शहरों में नहीं दिख रहे BLO, सिर्फ 11 दिन बचे, रात में भी काम करने के निर्देश...(photo-patrika)
UP cracks down on electoral roll negligence: उत्तर प्रदेश में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision – SIR) के दूसरे चरण के दौरान लापरवाही बरतने वाले बूथ लेवल अधिकारियों (BLOs) और पर्यवेक्षकों के खिलाफ प्रशासन ने कड़ा रुख अख्तियार किया है। नोएडा में अब तक 60 से अधिक BLO और सात पर्यवेक्षकों के खिलाफ FIR दर्ज कराई गई है, जबकि बहराइच में दो BLO को निलंबित कर दिया गया है और एक BLO के खिलाफ आपराधिक मुकदमा दर्ज हुआ है। चुनाव आयोग द्वारा नौ राज्यों और तीन केंद्र शासित प्रदेशों में चलाए जा रहे इस एक महीने के SIR अभियान में BLO को घर-घर जाकर फॉर्म वितरण, संग्रह और पुराने मतदाता सूची से मिलान की जिम्मेदारी सौंपी गई है। उत्तर प्रदेश में इस चरण की अंतिम तिथि 4 दिसंबर तय की गई है।
नोएडा प्रशासन ने BLO की अनुपस्थित रहने और वरिष्ठ अधिकारियों के आदेशों का पालन न करने को गंभीरता से लेते हुए उन पर धारा 32, जन प्रतिनिधित्व अधिनियम 1950 के तहत मामला दर्ज कराया है। यह कार्रवाई नोएडा की जिलाधिकारी एवं जिला निर्वाचन अधिकारी मेधा रूपम के निर्देश पर की गई। जिले की तीनों विधानसभा सीटों, दादरी, नोएडा और जेवर में उप जिलाधिकारियों द्वारा FIR दर्ज कराई गई है, जिनमें संबंधित BLOs और पर्यवेक्षकों के नाम स्पष्ट रूप से दर्ज हैं।
दादरी में दो FIR
ग्रेटर नोएडा के इकोटेक-1 थाने में दर्ज FIR में 33 BLOs और एक पर्यवेक्षक को नामजद किया गया है। आरोप है कि ये सभी अपने-अपने क्षेत्र में समय पर नहीं पहुंचे और लगातार निर्देश देने के बावजूद उन्होंने कार्य को गंभीरता से नहीं लिया।
जेवर थाना पुलिस ने SDM द्वारा दी गई सूचना के आधार पर 17 BLO के खिलाफ FIR दर्ज की है। शिकायत में कहा गया है कि SIR के लिए आवश्यक घर-घर सत्यापन और फॉर्म भरवाने का काम इन अधिकारियों ने निर्धारित समय सीमा के भीतर नहीं किया।
जिलाधिकारी मेधा रूपम ने शनिवार को सेक्टर और जोनल मजिस्ट्रेटों के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक में उन्होंने SIR की प्रगति की समीक्षा की और स्पष्ट निर्देश दिया कि हर BLO को सुबह निर्धारित समय पर अपने क्षेत्र में पहुंचना होगा। घर-घर जाकर फॉर्म-6 (नए मतदाता) और फॉर्म-8 (संशोधन/स्थानांतरण) भरवाने होंगे। किसी भी तरह की देरी या लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
DM ने कहा कि बार-बार चेतावनी के बावजूद कई BLO अपने कर्तव्य का पालन नहीं कर रहे थे, जिसके बाद कठोर कार्रवाई की गई। प्रशासन की ओर से पहले ही चेतावनी दी जा चुकी थी कि दोबारा लापरवाही मिलने पर वेतन रोकने, निलंबन, और अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
बहराइच के बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) आशीष कुमार सिंह ने बताया कि दो BLO शमा नफीस (प्रधानाध्यापिका),अनुराग (सहायक शिक्षक) को SIR ड्यूटी में लगातार अनुपस्थित रहने, नोटिसों का जवाब न देने और फोन कॉल उठाने से इंकार करने के कारण निलंबित कर दिया गया है। BSA का कहना है कि कई बार निर्देश देने और याद दिलाने के बावजूद ये अधिकारी काम पर नहीं पहुंचे।
इसके अलावा, BLO अभिषेक सिंह, जो कि एक प्राथमिक विद्यालय में प्रशिक्षक हैं, के खिलाफ एक BJP नेता की शिकायत पर विशेश्वरगंज थाने में FIR दर्ज हुई है। शिकायत के अनुसार पार्टी की ओर से फॉर्म वितरण की स्थिति जानने के लिए नेता ने BLO को फोन किया। फोन कॉल के दौरान BLO अभिषेक सिंह कथित रूप से नाराज़ हो गए और अभद्र भाषा का प्रयोग किया। शिकायत में कहा गया है कि इस घटना से नेता की प्रतिष्ठा को ठेस पहुँची और वह भयभीत व तनावग्रस्त हो गए। पुलिस ने शिकायत के आधार पर उत्तेजित करने वाली भाषा का प्रयोग, आपराधिक धमकी, और मानहानि जैसी धाराओं में FIR दर्ज की है। पुलिस के अनुसार, शिकायतकर्ता ने कॉल रिकॉर्डिंग और चैट्स भी जमा कराए हैं।
इस बीच, SIR अभियान में दबाव की शिकायतें भी सामने आ रही हैं। हाल ही में लखनऊ में हुई एक घटना में एक BLO की मौत के बाद कर्मचारियों के संगठन ने आरोप लगाया था कि BLO पर अत्यधिक दबाव डाला जा रहा है। हालांकि प्रशासन का कहना है कि मतदाता सूची तैयार करना बेहद महत्वपूर्ण कार्य है, इसलिए समयबद्धता और पारदर्शिता सुनिश्चित करना आवश्यक है।
Published on:
24 Nov 2025 08:46 am
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