
पाली के कलक्ट्रेट के बाहर रास्ता रोक प्रदर्शन करते सरदारसमंद बांध कमांड क्षेत्र के किसान।
Pali News : पाली जिले के दूसरे सबसे बड़े सरदारसमंद बांध कमांड क्षेत्र के अंतिम छोर के खेतों तक पानी नहीं पहुंचने से किसानों की फसल खराब हो रही है। इससे नाराज किसान सोमवार को करीब 40 ट्रैक्टरों में बैठकर पाली पहुंचे। किसानों ने नारे लगाकर कलक्ट्रेट के सामने प्रदर्शन किया। वहां पूर्व विधायक ज्ञानचंद पारख के पहुंचने पर उनके पैर पकड़कर किसान संघर्ष समिति अध्यक्ष बाबुसिंह राजपुरोहित बोले अंतिम छोर तक पानी पहुंचा दीजिए। हमारी मेहनत बचा लीजिए। वहीं विधायक भीमराज भाटी के आने पर कलक्ट्रेट परिसर में ही कुछ किसान उनसे उलझ गए। इस पर विधायक भाटी ने सिंचाई विभाग के एक्सइएन से बात कर खेतों तक पानी पहुंचाने को कहा। राजस्थान पत्रिका ने 16 नवम्बर को टेल तक पानी पहुंचने का समाचार प्रकाशित कर किसानों का दर्द बताया था।
सरदारसमंद बांध इस बार लगातार दूसरी बार छलका था। बांध कमांड क्षेत्र के 20 गांवों के किसानों में खुशी थी, लेकिन बांध क्षेत्र की 77 किमी की नहरें कच्ची होने तथा पक्की नहरों की भी सफाई पूरी तरह नहीं होने के बावजूद 13 सितम्बर को पहली पाण का पानी छोड़ा गया। जो अभी तक अंतिम छोर के गांवों मंडली दर्जियान, दुदिया, बड़ी ढाबर, छोटी ढाबर, बांडाई आदि गांवों में नहीं पहुंचा है। किसानों की फसल खराब हो रही है। इससे किसानों में रोष है।
कलक्ट्रेट के बाहर किसान पहले सड़क पर बैठे गए और नारे लगाए फिर अचानक उठे और दरवाजा खोलकर भीतर जाने का प्रयास करने लगे। पुलिसकर्मियाें ने उनको रोका। किसानों ने ट्रैक्टरों को कलक्ट्रेट के सामने दोनों सड़कों के बीच खड़ा कर जाम लगा दिया। किसान भी सड़क के बीच बैठे गए। करीब आधे घंटे तक रास्ता बंद रखने के बाद पुलिस ने समझाइश कर एक तरफ का मार्ग खुलवाया। इस बीच एक एम्बुलेंस आने पर किसानों ने ट्रैक्टर हटाकर रास्ता दिया।
किसानों ने आरोप लगाया कि सिंचाई विभाग के अधिकारी उनको धमका रहे हैं। भ्रष्टाचार कर रहे है। किसानों पर राजकार्य में बाधा का मामला दर्ज कराने का कह रहे हैं। किसानों का कहना था कि नहरों की सफाई के लिए आई राशि भी सफाई के लिए उपयोग में नहीं ली गई है। सिंचाई विभाग के एसई, उपखण्ड अधिकारी रोहट ने भी नहरों को देखा था, नहरें साफ नहीं थी। इसके बाद किसानों ने एसडीएम पाली को पूर्व विधायक की मौजूदगी में ज्ञापन सौंपा।
-नहरों की सफाई करवाई जाए, जिससे किसानों को सिंचाई का पानी मिल सके।
-सिंचाई विभाग में भ्रष्टाचार करने व किसानों के साथ गलत बर्ताव करने वाले अधिकारियों की जांच करवाकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
-सरदारसमंद बांध पर एक मजिस्ट्रेट नियुक्त कर रोजाना की रिपोर्ट ली जाए। जिसकी प्रति किसानों को भी दी जाए।
-बांध के पानी का दुरुपयोग रोका जाए।
-नहरों की सफाई करवाई जाए तथा तालाबों व नालों में जाने वाले पानी को रोका जाए।
Published on:
24 Nov 2025 06:37 pm
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