बिहार की राजनीति और भोजपुरी सिनेमा अक्सर अलग-अलग गलियारों में चलते हैं, लेकिन इस बार बिहार में पर्यटन के मुद्दे पर एक नेता और एक अभिनेता के सुर मिल गए हैं। भोजपुरी सुपरस्टार खेसारी लाल यादव ने सोशल मीडिया पर बिहार के धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व पर जोर देते हुए एक पोस्ट किया, तो राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने उसी बात को हाथों-हाथ लेते हुए समर्थन जताया और कहा, “खेसारी भाई की बात से सहमत हूँ… जय बिहार, जय बिहारी।”
नवरात्रि के अवसर पर खेसारी लाल यादव ने अपने X (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट से पोस्ट किया। उन्होंने लिखा कि बिहार में कुल 9 प्रमुख शक्तिपीठ हैं, पटना, गया, मुंगेर, सासाराम, सहरसा, छपरा, नवादा और नालंदा। यह बिहार की संस्कृति और आस्था का जीवंत प्रमाण हैं।
लेकिन अफसोस जताते हुए खेसारी ने लिखा कि इन स्थलों को लेकर बहुत कम लोगों को जानकारी है। अगर बिहार इन स्थलों को सही ढंग से प्रमोट करता तो देश-विदेश से श्रद्धालु और पर्यटक यहां आते। इससे धार्मिक यात्रा ही नहीं, बल्कि रोजगार और स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी बड़ा सहारा मिलता।
उन्होंने आगे लिखा, “सोचिए; होटल, गाइड, ट्रांसपोर्ट, हैंडिक्राफ्ट, लोकल प्रसाद और खाने-पीने के विकल्प… सब बिहार में बढ़ सकते हैं। बस जरूरत है इसे खोजने और बिहार के लिए सोचने की। हमारे पास अवसर बहुत हैं, बस उन्हें पहचानने और सही दिशा देने की ज़रूरत है।”
खेसारी ने नवरात्रि पर बिहारवासियों से अपील भी की, “आप अपने शहर के माँ के दिव्य शक्तिपीठ का दर्शन कीजिए, लोगों को दिखाइए और पर्यटन बढ़ाइए। सब खुदे करे के पड़ी… जितना जल्दी लोग समझेंगे, उतना ही बिहार का भला होगा। जय माता दी।”
खेसारी की इस पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए तेजस्वी यादव ने भी लंबी पोस्ट लिखी। उन्होंने कहा, “खेसारी भाई की बात से सहमत हूँ। बिहार में जितने ऐतिहासिक, धार्मिक, आध्यात्मिक, सांस्कृतिक, प्राकृतिक, प्रसिद्ध व समृद्ध पर्यटन स्थल हैं, उतने किसी भी अन्य राज्य में नहीं हैं।”
तेजस्वी ने बताया कि अपनी 17 महीने की सरकार में उन्होंने गैर-जरूरी समझे जाने वाले पर्यटन विभाग की जिम्मेदारी स्वयं एक चुनौती के रूप में स्वीकार की। इस दौरान देश-विदेश में बिहार के पर्यटन स्थलों की ब्रांडिंग और प्रमोशन की कोशिशें की गईं।
इसका नतीजा यह रहा कि साल 2023 में रिकॉर्ड 8 करोड़ 21 लाख से ज्यादा देसी-विदेशी पर्यटक बिहार आए। तेजस्वी ने इसे बिहार पर्यटन का नया मील का पत्थर बताया। उन्होंने लिखा, “निस्संदेह, पर्यटन क्षेत्र में अभी बहुत कुछ किया जाना बाकी है, जिसे हम सब मिलकर पूरा करेंगे। जय बिहार, जय बिहारी!”
बिहार ऐतिहासिक रूप से बौद्ध, जैन और हिंदू धर्म का केंद्र रहा है। नालंदा, बोधगया और वैशाली जैसे स्थल अपनी धार्मिक मान्यता के लिए पहले से ही विश्व स्तर पर प्रसिद्ध हैं। लेकिन अब स्थानीय धार्मिक स्थलों और शक्तिपीठों को भी प्रमोट करने की मांग तेज हो रही है, कम से कम खेसारी लाल यादव के पोस्ट से तो यही पता चलता है। जानकार कहते हैं कि अगर बिहार के धार्मिक और सांस्कृतिक स्थलों को व्यवस्थित तरीके से विकसित और प्रचारित किया जाए, तो बिहार में रोजगार, व्यापार और पर्यटन का विशाल नेटवर्क खड़ा हो सकता है, क्योंकि राज्य में हर तरफ कुछ न कुछ ऐसा है जो पर्यटकों को लुभा सकता है।
Updated on:
23 Sept 2025 08:58 am
Published on:
23 Sept 2025 08:57 am