तेजस्वी यादव का MYBK फॉर्मूला (फोटो-IANS)
बिहार विधानसभा की रणभेरी बज चुकी है। NDA में सीट शेयरिंग का फॉर्मूला सेट हो चुका है। NDA में सबसे बड़े बार्गेनर बनकर चिराग पासवान उभरे हैं। संभावना है कि महागठबंधन आज शाम तक सीट शेयरिंग का ऐलान कर सकता है। इधर, तेजस्वी यादव MY समीकरण को बढ़ाते हुए MYBK फॉर्मूले तक पहुंचने में जुटे हुए हैं।
राजद अब भूमिहार वोट बैंक को साधने की कवायद में दिख रही है। इसी कड़ी में तेजस्वी ने रालोजपा के नेता व पूर्व सांसद सूरजभान को पार्टी में शामिल कराया। चर्चा है कि आरजेडी सूरजभान की पत्नी व पूर्व सांसद वीणा देवी को मोकामा सीट से अनंत सिंह के खिलाफ चुनावी मैदान में उतार सकती है। इसके साथ ही, बाहुबली अशोक महतो द्वारा 'भूरा बाल साफ करो' कहने पर किनारा कर लिया। वह जब तेजस्वी आवास पहुंचे, तो राजद नेता उनसे नहीं मिले। लिहाजा, गेट पर से ही अशोक महतो को उल्टे पांव लौटन पड़ा। कहा गया कि तेजस्वी यादव अशोक महतो से मिलकर भूमिहारों को नाराज नहीं करना चाहते हैं।
जातीय सर्वे के मुताबिक बिहार में कुशवाहा जाति की आबादी 4.27 फीसदी है। राजद (RJD) की नजर भी कुशवाहा समुदाय पर है। राजद ने औरंगाबाद से सांसद अभय कुशवाहा को लोकसभा में राजद संसदीय दल का नेता घोषित किया है। 2024 के लोकसभा चुनाव में अभय कुशवाहा ने बीजेपी उम्मीदवार को हराया था।
CSDS-लोकनीति के सर्वे के मुताबिक लव-कुश (कोइरी-कुर्मी) समुदाय ने 2024 में NDA गठबंधन को 67 फीसदी वोट दिया, जोकि साल 2019 के आम चुनाव से 12 फीसदी कम है। वहीं, 2024 के लोकसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन को लव-कुश समुदाय ने 19 फीसदी वोट किया, जो पिछले आम चुनाव से 9 फीसदी ज्यादा है। ऐसे में RJD लगातार कुशवाहा वोट में सेंध लगाने की कोशिश में जुटी हुई है।
राजद सुप्रीमो लालू यादव ने मंगली लाल मंडल को पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनाया है। मंगली लाल मंडल धानुक समाज से आते हैं। माना जा रहा है कि लालू ने नीतीश के अतिपिछड़ा वोट बैंक में सेंधमारी के लिए मंगली लाल को पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी है।
साल 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव के आंकड़े बेहद दिलचस्प थे। सुबह से शाम तक आंकड़े बदलते रहे। कांटे की टक्कर के बीच NDA को जीत मिली। दोनों गठबंधन के बीच जीत का अंतर महज 12,768 वोटों का रहा। NDA को बिहार चुनाव (2020) में 1 करोड़ 57 लाख 1 हज़ार 226 वोट मिले, महागठबंधन के खाते में 1 करोड़ 56 लाख 88 हज़ार 458 वोट आए। मत प्रतिशत की बात करें तो नीतीश की अगुवाई वाली NDA को 37.26 फीसदी वोट मिले, जबकि तेजस्वी यादव की अगुवाई वाली महागठबंधन को 37.23 फीसदी वोट मिले। मत फीसदी का अंतर महज 0.03 फीसदी रहा। साल 2015 के विधानसभा चुनाव के मुकाबले राजद का मत फीसदी 18.35% से बढ़कर 23.11 फीसदी पहुंच गया था।
इधर, NDA में सीट शेयरिंग की तस्वीर रविवार देर शाम साफ हो गई। जदयू और बीजेपी अब जुड़वा भाई बन चुके हैं। दोनों ही पार्टियां अब 101-101 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। NDA में सबसे तेज बार्गेनर चिराग पासवान साबिह हुए हैं। उनकी पार्टी लोजपा (रामविलास) को 29 सीटें मिली है, जबकि मांझी और उपेंद्र कुशवाहा को 6-6 सीटों के साथ संतोष करना पड़ा है।
दरअसल, चिराग की डिमांड थी कि उनके पास 5 सांसद है। एक लोकसभा क्षेत्र में कम से कम 6 से 7 विधानसभाएं आती हैं। ऐसे में वह शुरुआत से 35 प्लस सीटों की डिमांड कर रहे थे। सीट शेयरिंग में उन्हें 29 सीटे मिली। जबकि, मांझी और उपेंद्र दोनों ही NDA में खुद को चिराग के बराबर मानते थे, लेकिन उनके खाते में महज 6-6 सीटें आई।
बिहार में दो फेज में विधानसभा चुनाव होना है। पहले फेज की वोटिंग 6 नवंबर को दूसरे फेज की वोटिंग 11 नवंबर को होगी। नतीजों का ऐलान 14 नवंबर को किया जाएगा।
Updated on:
13 Oct 2025 01:42 pm
Published on:
13 Oct 2025 01:37 pm
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