Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

CG News: एस्केलेटर और रोटेटरी का काम शुरू! शास्त्री चौक पर रात में सात घंटे वनवे, गुढ़ियारी में भी रूट बदले…

CG News: 8 साल से अटके स्काईवॉक को पूरा कराने का काम जिस तेजी से होना था, वैसा नहीं हो रहा है। जून में काम शुरू हुआ और पांच माह बीतने को हैं, लेकिन अभी तक फेब्रिकेशन का ही काम नहीं हो पाया है।

3 min read
Google source verification
CG News: एस्केलेटर और रोटेटरी का काम शुरू!शास्त्री चौक पर रात में सात घंटे वनवे, गुढ़ियारी में भी रूट बदले...(photo-patrika)

CG News: एस्केलेटर और रोटेटरी का काम शुरू!शास्त्री चौक पर रात में सात घंटे वनवे, गुढ़ियारी में भी रूट बदले...(photo-patrika)

CG News: छत्तीसगढ़ के रायपुर में पिछले 8 साल से अटके स्काईवॉक को पूरा कराने का काम जिस तेजी से होना था, वैसा नहीं हो रहा है। जून में काम शुरू हुआ और पांच माह बीतने को हैं, लेकिन अभी तक फेब्रिकेशन का ही काम नहीं हो पाया है। जबकि यह काम सबसे पहले करना था। शास्त्री चौक से आंबेडकर अस्पताल तरफ का काम पहले कराने के लिए अब काम चल रहा है।

इसके साथ ही शास्त्री चौक के चारों तरफ स्काईवॉक का रोटेटरी का निर्माण कराना है। चौक से स्काईवॉक पर चढ़ने और उतने के लिए तीन जगहों पर एस्केलेटर और लिफ्ट लगाने का प्लान है। इस काम की अभी शुरुआत नहीं हुई है। जबकि निर्माण पूरा कराने के लिए राज्य शासन ने 37 करोड़ की स्वीकृति दी है।

CG News: शास्त्री चौक और गुढ़ियारी अंडरब्रिज में बड़े ट्रैफिक बदलाव

स्काईवॉक वाली रोड और चौराहे में ट्रैफिक ज्यादा होने का भी निर्माण में काफी प्रभाव पड़ा है। पीडब्ल्यूडी के पत्र पर एक माह के लिए ट्रैफिक डायवर्ट की स्वीकृति मिली है। इस दौरान विभाग के इंजीनियरों और ठेकेदार को तेजी से काम कराना है। ट्रैफिक व्यवस्था बनाने के लिए पुलिस के साथ सूचना बोर्ड और वालंटियर की तैनाती एजेंसी करेगी। ताकि निर्माण के दौरान कोई अप्रिय घटना न हो।

2018 में स्काईवॉक निर्माण पर जब रोक लगी, उस दौरान शास्त्री चौक से लेकर आंबेडकर अस्पताल वाला दायरा सबसे अधिक अधूरा था। पीडब्ल्यूडी के इंजीनियरों के अनुसार केवल 30 फीसदी निर्माण अधूरा है, जिसे पूरा कराना है। जबकि जयस्तंभ तरफ का स्काईवॉक लगभग पूरा है। इस दायरे में सीढ़ियों का निर्माण, लाइटिंग और लिफ्ट लगाना है।

चौक जयस्तंभ तरफ 38 मीटर है व आंबेडकर अस्पताल तरफ 34 मीटर

जयस्तंभ से आंबेडकर अस्पताल तक स्काईवॉक 63 पिलर्स पर टिका है। इसमें से अभी 8 पिलर्स अधूरा है, जिसका निर्माण कराना है। शास्त्री चौक से जय स्तंभ तरफ लंबाई 38 मीटर है और आंबेडकर अस्पताल तरफ 34 मीटर। शास्त्री चौक के करीब काम चल रहा है। 21 फीट ऊंचे स्काईवॉक के जो एंगल पिछले आठ सालों में खराब हुए, उसे ठीक करके लगाया जा रहा है। जिम्मेदारों का तर्क है कि ये काम पूरा होने पर पैदल चलने वालों को काफी सुविधा होगी।

स्कॉईवॉक का निर्माण शुरू हो गया है। रोज रात में काम चल रहा है। शास्त्रीचौक में स्कॉईवॉक की मुख्य रोटेटरी बनेगी। इसके लिए बड़े-बड़े गर्डर चढ़ाए जाएंगे। इस दौरान यातायात को वनवे किया जाएगा। रात 11 बजे से सुबह 6 बजे तक ट्रैफिक को वनवे किया जाएगा। इस दौरान शास्त्रीचौक की ओर आने वाली सभी दिशाओं में वाहन वनवे रहेंगे। दरअसल रोटेटरी बनाने का काम रात भर चलेगा। इस कारण रात में इस दिशा से वाहनों को वनवे में चलना होगा। ट्रैफिक पुलिस ने इसकी तैयारी कर ली है।

जाम से निजात दिलाने की पहल

इधर, तेलघानीनाका के पास रोज लगने वाले जाम से निजात दिलाने के लिए ट्रैफिक पुलिस ने गुढ़ियारी अंडरब्रिज को वनवे करना शुरू कर दिया है। शनिवार से शाम 5 से 7 बजे तक गुढ़ियारी अंडरब्रिज को वनवे किया जा रहा है। इससे मालवाहकों को दूसरी दिशा से जाना पड़ रहा है। इसी तरह अग्रसेन चौक को सिग्नल फ्री कर दिया गया है। अब यहां जाम नहीं लगा रहा है। उल्लेखनीय है कि सिग्नल के कारण अग्रसेन चौक से लेकर अंडरब्रिज और तेलघानीनाका तक लंबा जाम लग जाता था।

कई सिग्नल हुए फ्री

शहर में ट्रैफिक जाम से बचने कई ट्रैफिक सिग्नलों को बंद कर दिया गया है। शंकर नगर, महिला थाना, अग्रसेनचौक आदि ट्रैफिक सिग्नलों को फ्री कर दिया गया है। इससे यहां वाहन नहीं रुकते हैं। इससे इन स्थानों पर ट्रैफिक जाम नहीं हो रहा है।

आठ जगह चढ़ने और उतरने की सुविधा मिलेगी

स्काईवॉक पर चढ़ने और उतरने के लिए आठ जगहों पर सुविधा मिलेगी। शास्त्री चौक में एस्केलेटर लगेगा और बाकी जगह पर सीढ़ियां और लिफ्ट लगेंगी। पीडब्ल्यूडी ब्रिज डिवीजन के इंजीनियरों के अनुसार स्काईवॉक की ड्राइंग-डिजाइन में कोई बदलाव नहीं किया गया है।

कलेक्ट्रेट, जिला कोर्ट, मोतीबाग रोड तरफ के पैदल यात्री सीधे एस्केलेटर और लिफ्ट से स्काईवॉक पर पहुंचेंगे। इसी तरह जयस्तंभ चौक के करीब मल्टीलेवल पार्किग के पास, शहीद स्मारक भवन, तहसील ऑफिस में स्काईवॉक पर चढ़ने उतरने के लिए सीढ़ियों के अलावा लिफ्ट लगेगी। यह सुविधा आंबेडकर अस्पताल चौक के दो-दो जगहों पर मिलेगी।

डीकेएस और आंबेडकर अस्पताल आपस में जुड़ जाएंगे

स्काईवॉक के माध्यम से दोनों अस्पतालों को आपस में जोड़ना है। बड़ी साइज की दो लिफ्ट डीकेएस और आंबेडकर अस्पताल चौक के कॉर्नर तरफ लगेंगी। इसी से स्ट्रेचर पर मरीजों को लाया जा सकेगा। मरीजों के परिजन और इलाज कराने वाले लोग स्काईवॉक से होकर दोनों अस्पतालों में आ-जा सकेंगे।

शास्त्री चौक

ब्रिज डिवीजन पीडब्ल्यूडी के एसडीओ बलराम चौधरी ने कहा की निर्माण एजेंसी को तेजी से काम कराने के लिए निर्देशित किया गया है। मॉनिटरिंग की जा रही है। ट्रैफिक डायवर्ट के दौरान तेजी से काम चलेगा। शास्त्री चौक में रोटेटरी का निर्माण कराना है।