
गेस्ट राइटर आशीष दशोत्तर साहित्यकार है।
रतलाम। सीमाओं का समुच्चय ही किसी प्रदेश की पहचान नहीं। जन का निवास, प्रकृति का मिलन और सुखद परिवेश भी किसी प्रदेश की पहचान के लिए पर्याप्त नहीं। प्रदेश बनता है आत्मीयता के अनुरोध से। प्रदेश बनता है विनम्रता के व्याकरण से। प्रदेश बनता है शौर्य और साहस से। प्रदेश बनता है व्यवस्था और विकास से। प्रदेश बनता है विरासत और वैभव से। प्रदेश बनता है शालीनता और शील से।
मध्य प्रदेश अपने सत्तर वर्षीय सफर में जिन मुकाम को तय कर चुका है, वह हमें गौरव प्रदान करते हैं। एक व्यक्ति की उम्र सत्तर वर्ष होती है तो उसे वृद्ध कहा जाता है, लेकिन जब प्रदेश की उम्र सत्तर वर्ष होती है तो उसे परिपक्व कहा जाता है। इस लिहाज़ से मध्य प्रदेश अब परिपक्व हो चुका है। समय के साथ संवाद करने में सक्षम है। प्रगति के पथ पर क़दम बढ़ाने के लिए आतुर है। हर जन के विकास के लिए संकल्पित है।
धड़कने का ध्येय
शरीर में हृदय का स्थान सबसे महत्वपूर्ण होता है और जिम्मेदारी भरा भी। ह्रदय कभी किसी से यह नहीं कहता कि वह नहीं धड़केगा। शरीर का कोई भी अंग किसी भी समय कुछ विश्राम ले सकता है, मगर ह्रदय कभी विश्राम नहीं लेता। वह सदैव धड़कता है। उसकी धड़कनें पूरे शरीर के धड़कने का सबब है। मध्य प्रदेश को देश का हृदय प्रदेश भी कहा जाता है। यह इस हृदय प्रदेश की पहचान है कि इसे निरंतर धड़कना आता है। धड़कना ही इसका ध्येय है। यह अपनी सीमाओं के परे भी अपनी सक्रियता की खुशबू फैलाता है। यह शुद्ध वायु की तरह निर्मल और पवित्र होता है। यह पूरे शरीर रूपी देश में रक्त सी रवानी का संचार करता है। हृदय का गौरव इसे मिला है तो यह अपने गौरव को सार्थक भी करता है।
सर्वसमावेशी - सहनशील
सभी को अपने भीतर समाहित कर लेना मध्यप्रदेश की पहचान है। यहां देश की तमाम संस्कृतियां मौजूद हैं। यहां हर क्षेत्र की भाषाएं बोली जाती हैं। यहां हर भूभाग से आने वाला प्राणी निवास करता है। और इस प्रदेश की खूबी देखिए कि, यहां किसी के साथ पक्षपात नहीं होता। सभी की भाषा को सम्मान मिलता है। सभी के रहन-सहन को सम्मान मिलता है। सभी की संस्कृति को सम्मान मिलता है। सभी की कलाएं यहां आकर मुखर होती हैं। इस दृष्टि से मध्य प्रदेश देश के उस भावनात्मक प्रतिबिंब को अभिव्यक्त करता है जो अनेकता में एकता की सीख देता है जो सभी को साथ में चलने की प्रेरणा देता है, जो सभी को एकजुट रहने के लिए प्रेरित करता है।
सभी की धड़कनें वाबस्ता हो
यह मध्य प्रदेश के प्रत्येक निवासी के गौरव का क्षण है । उसकी मेहनत, उसके समर्पण, उसके त्याग और उसके स्वभाव से यह प्रदेश देश का हृदय प्रदेश बना हुआ है। इस हृदय में प्रेम के सुमन यूं ही खिलते रहें। इस हृदय में सभी के विचार निरंतर मिलते रहें। इस हृदय से सभी की धड़कनें वाबस्ता हो। इस हृदय में निरोग का निवास हो। इस हृदय में सुख शांति हो। इस प्रदेश में संपन्नता हो, खुशहाली हो हरियाली हो। आज के दिन इस प्रदेश के लिए करोड़ों हृदय यही कामनाएं व्यक्त करें।
Published on:
01 Nov 2025 12:25 am
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