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रिकॉर्ड रेट पर पहुंचे ‘सोने-चांदी’ के दाम, 2 गुना बढ़े रेट

Gold Rate Today: सोने के रेट बढ़ने के बाद अब नकदी का चलन भी बढ़ गया है। अब लोग ज्वेलरी की अपेक्षा नकद राशि देना ज्यादा अच्छा समझ रहे हैं।

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फोटो सोर्स: पत्रिका

फोटो सोर्स: पत्रिका

Gold Rate Today: अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चल रही अस्थिरता का असर सोने-चांदी के दामों पर दिखाई दे रहा है। इस साल सोना-चांदी के दामों को पंख लग गए हैं। सोने के रेट रोज नई ऊंचाई की ओर अग्रसर हो रहे हैं। दोनों धातुओं के दाम पिछले साल के मुकाबले दो गुना बढ़े हैं। स्थानीय बाजार में सोना 1,17,500 रुपए प्रति दस ग्राम व चांदी 1,38, 200 रुपए रही।

गत वर्ष जनवरी महीने की शुरुआत में सोना 63,150 रुपए प्रति दस ग्राम व चांदी 74, 300 रुपए थी। नवरात्र तक सोना 78,000 रुपए प्रति दस ग्राम व चांदी 92 हजार पहुंच गई। इस अवधि में सोना 14,850 रुपए प्रति दस ग्राम व चांदी 18 हजार रुपए प्रति किलो तेज रही। वर्ष 25 के जनवरी माह में सोना 78,600 रुपए प्रति दस ग्राम था। जो नवरात्र में 1,17, 200 रुपए पहुंच गया। इसी प्रकार जनवरी माह में जो चांदी 88,300 रुपए प्रति किलो थी वह बढकऱ 1,38, 300 पहुंच गई। यानी सोने में 38 हजार रुपए व चांदी में 50 हजार का उछाल आया।

लाइटवेट की इन ज्वेलरी की बढ़ी मांग

चेन, अंगूठी, कड़ा, छोटे हार, पाटली, कांटा, बाली, झुमकी, चांदी में बिछिया, पायल चांदी की पारंपरिक ज्वेलरी की डिमांड घटी जरूरत व मुसीबत के समय आदिवासी अंचल व मध्यम वर्ग के लिए चांदी की पारंपरिक ज्वेलरी बहुत काम आती है। उसे गिरवी रखकर व्यक्ति अपना काम चला लेता था। भाव के नई ऊंचाई पर पहुंचने से अब चांदी के भारी पायजेब, कंदौरे, गले की हंसली, बोर, बाजूबंद आदि की डिमांड कम हो गई है। दोनों धातुओं के दाम ऊंचाई पर पहुंचने से कई लोग तो राशि जमा कराकर एडवास बुकिंग कर रहे हैं। तो कई पुराने ज्यादा वजन के आभूषणों को कम वजन के करा रहे हैं।

नकदी का चलन बढ़ा

दोनों धातुओं के दाम बढऩे से अब नकदी का चलन भी बढ़ गया है। अब लोग ज्वेलरी की अपेक्षा नकद राशि देना ज्यादा अच्छा समझ रहे हैं।

आवक व मांग में अंतर

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर डॉलर को कमजोर करने के लिए सोने-चांदी की खरीदारी बढऩे से दोनों धातुएं तेज हो गई है। वहीं उत्पादन व मांग में अंतर आ गया है। बाजार स्थिर नहीं होने के बाद ही सराफा में चहल-पहल बढ़ेगी। निवेशकों की खरीदारी से माल जमा हो गया है। बाजार में रौनक लाने के लिए रोटेशन करना जरूरी है।- रामबाबू शर्मा, सचिव, रतलाम सराफा एसोसिएशन।