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एक व्यक्ति की जान जाने के बाद भी आवारा मवेशियों को पकडऩे नपा के पास नहीं कोई योजना

देवल में राजस्व व वन विभाग की तीन हजार एकड़ जमीन उपलब्ध, जहां छोड़े जा सकते हैं मवेशी

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Even after the death of a person, the Municipal Corporation has no plan to catch stray cattle.

मुख्य सड़क और डिवाइडर पर बैठे मवेशी

बीना. शहर में आवारा मवेशियों को आतंक दिनोंदिन बढ़ता जा रहा है और एक व्यक्ति की जान भी जा चुकी है, लेकिन नगर पालिक ने अभी तक इन्हें पकडऩे की कोई योजना नहीं बनाई है। शहर की मुख्य सडक़ों पर आए दिन सांड लड़ते हैं, जिससे वाहन चालक दुर्घटना का शिकार होते हैं। लोगों के हाथों में से खाद्य सामग्री छीनकर खा लेते हैं। साथ ही आसपास खड़े वाहन भी क्षतिग्रस्त हो जाते हैं।
एक आवारा सांड ने गुरुवार को एक व्यक्ति की जान भी ले ली। इस घटना के दूसरे दिन नगर पालिका ने शहर में एक भी आवारा मवेशी को नहीं पकड़ा। स्टेशन रोड पर सडक़ और डिवाइडरों पर बड़ी संख्या में मवेशी बैठे नजर आए। नगर पालिका के अधिकारियों का कहना है कि मवेशी पकड़कर उन्हेंं सुरक्षित जगह पर छोड़ने के लिए जगह नहीं है, जबकि देवल में जहां गो-अभयारण्य बनना है, वहां राजस्व और वन विभाग की तीन हजार एकड़ से ज्यादा जमीन खाली है और हजारों मवेशियों को यहां छोड़ा जा सकता है। इसके बाद भी इसके लिए कोई प्रयास नहीं हो रहे हैं। देवल में मवेशियों को खाने के लिए घास और पानी की व्यवस्था भी है। नगर पालिका अध्यक्ष लता सकवार ने सीएमओ को दस लोगों की टीम तैयार कर मवेशियों को पकडऩे के निर्देश दिए हैं।

घटना के बाद दहशत में हैं लोग
सांड के हमला से हुई मौत के बाद लोग दहशत में हैं, वार्डों में सांड घूम रहे हैं, जिससे लोग बच्चों को घर से बाहर अकेले भेजने में डरने लगे हैं। बच्चों के स्कूल जाते समय भी यह हमला कर सकते हैं। कुछ दिनों पूर्व सर्वोदय चौराहे पर एक बच्चे को सांड ने घायल कर दिया था। कुछ वर्ष पूर्व मडिया वार्ड में एक व्यक्ति की जान जा चुकी है। साथ ही घायल होने के मामले आए दिन सामने आ रहे हैं।

देवल में है पर्याप्त जगह
देवल में जहां गो-अभयारण्य बनना है, वहां तीन हजार एकड़ जमीन है, जहां मवेशियों को छोड़ा जा सकता है। सीएमओ से मवेशियों को पकडऩे के लिए ट्रॉला की संख्या बढ़ाने और देवल में छोड़ने के लिए कहा गया है।
विजय डेहरिया, एसडीएम, बीना