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मंदिर में भागवत कथा सुनने से पहले मुरलीवादक की थमी सांसें

Murlivadhak Heart Attack: बालाजी मंदिर में कथा सुनने खुद कार ड्राइव करते हुए पहुंचे थे मुरलीवादक मूलचंद सोनी...पहुंचते ही सांस फूली और थम गई सांसें...।

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murlivadhak moolchand soni heart attack death

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Murlivadhak Heart Attack: मध्यप्रदेश के सागर में बालाजी मंदिर प्रांगण में चल रही श्रीमद्भागवत कथा को सुनने पहुंचे वृद्ध का हृदय गति रुकने से निधन हो गया। मूलचंद सोनी, 71 वर्ष, राजघाट रोड स्थित सनराइज मेगासिटी से खुद ही कार ड्राइव करते हुए कथा सुनने के लिए पहुंचे थे। दोपहर को कथा शुरू होने के पहले ही उनकी सांस फूलने लगी और फिर देखते ही देखते सांसें थम गईं। साथ में मौजूद परिजनों ने उन्हें जमीन पर लिटाकर संभालने की कोशिश की लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली।

कुछ दिन पहले सामान्य आई थीं जांचें

मूलचंद सोनी के परिजन उमाकांत स्वर्णकार ने बताया कि एंबुलेंस की मदद से उन्हें कथा स्थल से जिला अस्पताल लेकर पहुंचे थे, जहां डॉक्टरों ने खूब प्रयास किए लेकिन उनका निधन मौके पर ही हो गया। उमाकांत स्वर्णकार ने ये भी बताया कि वे लोग पहले ही दिन से नियमित रूप से कथा सुनने के लिए बालाजी मंदिर जा रहे थे। मूलचंद सोनी खुद ही कार ड्राइव करके हम लोगों के साथ गए थे। कुछ दिन पहले ही उनकी कई प्रकार की जांचें की गई थीं, जो सभी सामान्य निकली थीं।

मुरली वादक के रूप में थी पहचान

मूलचंद सोनी एमपीईबी से सेक्शन ऑफिसर के पद से 2012 में सेवानिवृत्त हुए थे। वे संगीत व कला के प्रेमी थे। मुरली वादन में उन्हें महारथ हासिल थी और सागर समेत आसपास के जिलों में कई अवसरों पर उन्होंने इस प्रतिभा का प्रदर्शन भी किया था। मुरली वादक के तौर पर भी मूलचंद सोनी की पहचान थी।