
मिट्टी पर लगाए जा रहे पत्थर
बीना. अमृत योजना 2.0 के तहत मोतीचूर नदी पर करीब पचास लाख रुपए की लागत से निर्माण कार्य चल रहे हैं और इसके बाद सौंदर्यीकरण का कार्य होना है, लेकिन इस कार्य में गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा जा रहा है। अधिकारी निरीक्षण कर सिर्फ दिशा-निर्देश देते हुए नजर आते हैं।
बड़े मंदिर के सामने नदी पर दूसरी ओर पिचिंग का कार्य चल रहा है, जिसमें पत्थर लगाए जा रहे हैं। इसके लिए ठेकेदार ने बेस तैयार करना तो दूर मुरम तक नहीं डाली है और सीधे मिट्टी पर पत्थर लगाना शुरू कर दिया है। बारिश और नदी के तेज बहाव में यह पत्थर निकल जाएंगे या फिर धंसने लगेंगे। इसके बाद भी अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। ठेकेदार द्वारा शुरुआत से ही लापरवाही बरती जा रही है। बारिश के पूर्व नदी में विसर्जन कुंड में दूसरी तरफ पिचिंग करने के लिए कंक्रीट का बेस बनाया था, जो पानी के बहाव में क्षतिग्रस्त हो गया है और अब यहां नए तरीके से कार्य शुरू किया जाएगा। यदि गुणवत्तापूर्ण कार्य नहीं हुआ तो लाखों रुपए पानी में बह जाएंगे। साथ ही कार्य बहुत धीमी गति से भी किया जा रहा है। जबकि यहां अभी पार्क निर्माण, पाथ-वे, लाइटिंग का कार्य भी होना है। इस संबंध में उपयंत्री जयदीप शाक्यवार से जानकारी लेने फोन से संपर्क किया गया, लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।
समिति ने भी जताई आपत्ति
मोतीचूर नदी संरक्षण समिति के सदस्यों ने पिचिंग में सीधे मिट्टी पर पत्थर लगाने पर आपत्ति जताई है और नीचे मुरम डालने के लिए कहा है, जिससे भविष्य में वह सुरक्षित रहे। समिति द्वारा कार्यों की गुणवत्ता पर नजर रखी जा रही है। कमियां होने पर अधिकारियों से बात कर सुधार कराया जाता है। गौरतलब है कि एक दिन पूर्व अध्यक्ष और सीएमओ ने भी निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया था। अध्यक्ष ने गुणवत्तापूर्ण कार्य करने के निर्देश भी दिए हैं।
Published on:
04 Dec 2025 11:55 am
बड़ी खबरें
View Allसागर
मध्य प्रदेश न्यूज़
ट्रेंडिंग
