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मोतीचूर नदी का दूषित हुआ पानी, मरने लगी मछलियां, दुर्गंध के कारण लोगों को निकलने में हो रही परेशानी

नगर पालिका नहीं करा रही सफाई, न डाली जा रहीं दवाएं, बीमार कर देगी दुर्गंध

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The water of the Motichur River has become contaminated, fish are dying, and the foul smell is making it difficult for people to move around.

नदी में फैली गंदगी, खराब हो गया पानी

बीना. बड़े मंदिर के सामने से निकली मोतीचूर नदी के पानी में गंदगी होने के कारण दुर्गंध आने लगी है, लेकिन फिर भी नगर पालिका द्वारा साफ-सफाई नहीं कराई जा रही है। यहां से निकलने वाले लोगों और नदी के आसपास बैठने वालों को नाक बंद करके बैठना पड़ता है। गंदगी के कारण मछलियां भी मरने लगी हैं।
नदी के मुख्य घाट के दूसरी ओर बने विसर्जन कुंड में सबसे ज्यादा गंदगी है, जहां से तेज दुर्गंध आने लगी है। यहां मूर्तियों के अवशेष भी पड़े हैं। साथ ही लोग पूजन सामग्री लगातार विसर्जित कर रहे हैं। कुंड में गंदगी के कारण मछलियां भी मरने लगी हैं। नदी के पास ही नगर का प्राचीन श्री देव रघुनाथ बड़ा मंदिर स्थित है और हर दिन यहां श्रद्धालुओं का आना-जाना रहता है। साथ ही सुबह-शाम लोग नदी किनारे घूमने भी जाते हैं, लेकिन दुर्गंध के कारण नाक बंद कर निकलना पड़ता है। विसर्जन घाट से दूर बैठने वाले लोगों को भी परेशानी होती है। इसके बाद भी अभी तक न तो नगर पालिका ने नदी की सफाई कराई है और न ही दवाओं का छिडक़ाव किया है। यह नदी देहरी रोड से निकली है और गंदगी से वहां से निकलने वाले लोग भी परेशान हैं। नदी के आसपास लोग भी रहते हैं।

नदी में पानी का बहाव हो चुका है बंद
नदी में बारिश के बाद कुछ महीनों तक पानी रहता है। बारिश रुकने के बाद पानी का बहाव बंद हो जाता है। बहाव रुकने से पानी एक जगह जमा रहने से सडऩे लगता है और दुर्गंध आती है। यदि समय-समय पर नदी की सफाई और दवाओं का छिडक़ाव होता रहे, तो यह स्थिति निर्मित नहीं होगी।

जल्द कराई जाएगी सफाई
जल्द ही विसर्जन कुंड का पानी खाली किया जाएगा और सफाई कर पाउडर डाला जाएगा, जिससे लोगों को परेशानी न हो। साथ ही नदी के मुख्य घाट पर भी सफाई कराई जाएगी।
मनोज नामदेव, सफाई प्रभारी, नगर पालिका