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एक्शन में सरकार: VIT से 7 दिनों मांगा जवाब, 3 हजार Gen-Z ने किया था प्रदर्शन

MP News: मध्यप्रदेश के सीहोर स्थित VIT यूनिवर्सिटी को उच्च शिक्षा विभाग की ओर से नोटिस जारी किया गया है।

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MP News: मध्यप्रदेश के सीहोर में स्थित VIT यूनिवर्सिटी में हुई आगजनी और तोड़फोड़ मामले की जांच रिपोर्ट सामने आ गई है। उच्च शिक्षा विभाग की ओर से नोटिस जारी करते हुए यूनिवर्सिटी से सात दिन के अंदर पक्ष रखने के लिए कहा गया है। साथ ही तय समय में जवाब न मिलने पर कठोर कार्रवाई की बात कही गई है।

जांच समिति की रिपोर्ट में स्पष्ट किया है कि यूनिवर्सिटी के छात्रावासों में मेस की सेवाएं बेहद खराब हैं। खाने और पानी की गुणवत्ता संतोषजनक नहीं है। 12 छात्रों को पीलिया था, बावजूद इसके कॉलेज प्रबंधन द्वारा जानकारी छुपाई गई।

कॉलेज परिसर को 'किले' की तरह रखा गया

जांच रिपोर्ट के अनुसार, कॉलेज परिसर को एक किले की तरह रखा गया है। परिसर की चारदीवारी के भीतर प्रबंधन के स्वयं के कानून चलते हैं। किसी को भी उनके संबंध में बात करने, प्रतिक्रिया देने की अनुमति नहीं है। परिसर में किस तरह का तानाशाही रवैया अपनाया जाता है। इसका बड़ा उदाहरण यह है कि सीहोर जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को मुख्य प्रवेश द्वार पर 2 घंटे रोककर रखा गया। वि‌द्यार्थियों ने समिति को अवगत कराया कि उन्हें शिकायत करने पर प्रताड़ित होने का खतरा बना रहता है।

यूनिवर्सिटी ने नहीं उठाया कोई ठोस कदम

यूनिवर्सिटी में अनुशासन भय के आधार पर चल रहा था, न कि आपसी विश्वास पर यह बात समिति के ध्यान में आई। प्रशासन इस भ्रम में था कि वह हर स्थिति संभाल सकता है, जबकि छात्रों में असंतोष लगातार बढ़ता रहा। उन्हें शांत करने के लिए प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए।

बीमारी को रोकने के लिए कोई प्रयास नहीं हुए

कितने बच्चों को पीलिया था, यूनिवर्सिटी के पास इसका कोई ठोस प्रमाण नहीं था। बीमारी फैलने की जानकारी होने के बावजूद प्रशासन इसे छुपा रहा था और लीपा-पोती के प्रयास किए जा रहे थे। राहत-बचाव से जुड़े कोई भी कार्य नहीं किए गए। साथ ही क्लिनिकल स्टेब्लिशमेंट एक्ट के अनुसार इसका पंजीयन भी नहीं पाया गया।