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गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज होगा दुनिया का Highest Tiger Statue, ‘मोगली लैंड’ की नई पहचान, अमेरिका को किया पीछे

MP News: मध्य प्रदेश के पेंच टाइगर रिजर्व में लगाई गई बाघ की ये कलाकृति दुनिया की सबसे बड़ी कलाकृति है, वन विभाग ने इसे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कराने की तैयारी कर ली है...

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Pench Tiger Reserve New Identity World Largest Tiger Statue

Pench Tiger Reserve New Identity World Largest Tiger Statue(फोटो: पत्रिका)

MP News: पेंच टाइगर रिजर्व में लोहे के कबाड़ से बनाए गए दुनिया के सबसे बड़े बाघ स्टेच्यू का नाम जल्द ही गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया जाएगा। पेंच प्रबंधन ने इसके लिए आवेदन किया है। सबकुछ ठीक-ठाक रहा तो फिर प्रक्रिया पूरी होने के बाद नाम दर्ज होगा। दरअसल पेंच टाइगर रिजर्व के खवासा गेट पर लोहे के कबाड़ से दुनिया के सबसे बड़े बाघ के स्टेच्यू का निर्माण किया गया है। दुनिया के इस सबसे ऊंचे स्टेच्यू ने अमरीका को भी पीछे छोड़ दिया है।

7 महीने में बनकर तैयार हुई है ये स्टेच्यू

सिवनी के आर्टिस्ट रिषभ कश्यप (विक्की) ने जनवरी 2025 में टाइगर का ये स्टेच्यू बनाना शुरू किया था। सितंबर 2025 में यह पूरी तरह से बनकर तैयार हुआ है। रिषभ बताते हैं कि उनकी 12-13 लोगों की टीम है, जिसके सहयोग से उन्होंने इसे बनाया है।

सीएम ने किया अनावरण

बुधवार को सिवनी आगमन पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने राज्यस्तरीय कार्यक्रम में पेंच टाइगर रिजर्व के खवासा पर्यटन परिसर में लोहे के स्क्रैप मटेरियल से बनी विश्वस्तरीय विशालकाय बाघ कलाकृति का अनावरण किया था। यह कलाकृति मिशन लाइफ के तीन आर रिड्यूस, रियूज, रिसाइकिल के सिद्धांतों पर आधारित है।

200 दिन में बनकर तैयार हुई है कलाकृति, अमरीका को किया पीछे

रिषभ कश्यप बताते हैं कि इसे बनाने में 200 दिन लगे हैं। इसमें पुरानी साइकिलें, पाइप, जंग लगी चादरें व अन्य स्क्रैप सामग्री का उपयोग किया गया है। यह कलाकृति 17 फीट 6 इंच ऊंची, 40 फीट लंबी और 8 फीट चौड़ी है।

वर्ल्ड रिकॉर्ड एकेडमी के अनुसार अब तक की यह सबसे बड़ी बाघ कलाकृति है। अमेरिका के जॉर्जिया में लगी आकृति 8 फीट ऊंची और 14 फीट लंबी है, जिससे पेंच की यह कलाकृति आकार में कहीं अधिक बड़ी है। इसे देखते हुए पेंच प्रबंधन ने गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराने के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी है।

पर्यटकों के लिए बना आकर्षण का केन्द्र

बुधवार को बाघ की कलाकृति का वर्चुअल माध्यम से अनावरण होने के बाद पर्यटक इसका दीदार कर प्रफुल्लित हो रहे हैं। गुरुवार को काफी संख्या में पर्यटक पहुंचे और बाघ कलाकृति के सामने सेल्फी ली। बता दें कि पेंच टाइगर रिजर्व देश-विदेश के पर्यटकों के लिए एक आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। साल दर साल भारतीय और विदेशी पर्यटकों की संख्या में काफी वृद्धि दर्ज की जा रही है। साल 2020-21 में 103014 भारतीय और 190 विदेशी पर्यटक आए थे, जबकि वर्ष 2021-22 में 177327 भारतीय और 1934 विदेशी, वर्ष 2023-24 में 167927 भारतीय एवं 9856 विदेशी एवं वर्ष 2024-25 में 171686 लाख भारतीय और 13127 विदेशी पर्यटक टाइगर रिजर्व घूमने आए। यह कारवां लगातार जारी है।

नए साल के जश्न के लिए अभी से बुकिंग शुरू

पेंच टाइगर रिजर्व सिवनीमें नए साल में जंगल सफारी को लेकर अभी से बुकिंग शुरु हो गई है। दिसंबर के अधिकतर तिथि में अब ऑनलाइन बुकिंग नहीं हो पा रही है। नए साल पर देश-विदेश से काफी संख्या में पर्यटकों के पहुंचने की उम्मीद है।

मैं रिषभ को देखकर हैरान था, लगा ये नहीं बना सकता..

कबाड़ से बनाए गए बाघ स्टेच्यू का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कराने के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी है। उम्मीद है कि जल्द ही नाम दर्ज हो जाएगा। क्योंकि अब तक जितनी भी जानकारी जुटाई गई है, उसके मुताबिक यही दुनिया की सबसे बड़ी बाघ की स्टेच्यू है। पिछले साल मैंने एक न्यूज आर्टिकल में देखा कि सिवनी के कुछ बच्चों ने शिव जी की झांकी बनाई थी। बहुत पसंद आई। मैंने लोगों से कहा कि उन्हें भेजो मेरे पास। रिषभ नाम के लड़के ने बनाया है। जब वो ऑफिस आया तो मैं हैरान था कि वो नहीं बना सकता, फिर उसने मुझे पहले के काम के फोटो दिखाए। तब यकीन हुआ तब मैंने उसे काम सौंपा और दुनिया का सबसे बड़ा टाइगर स्टेच्यू बनवाया। इससे पहले भी मैंने अपनी तीन पोस्टिंग पर रहते हुए कई बड़़ी आकृति बनवाई है।

-रजनीश सिंह, डिप्टी डायरेक्टर, पेंच टाइगर रिजर्व