
मुठभेड़ में ढेर सवा लाख का इनामी बदमाश मिथुन, कई राज्यों में था खौफ का नाम (फोटो सोर्स : Police Whatsapp News Group )
Shamli Encounter Mithun Criminal: उत्तर प्रदेश के शामली जिले में देर रात पुलिस और बदमाशों के बीच हुई मुठभेड़ में कुख्यात बावरिया गैंग का सक्रिय सदस्य मिथुन उर्फ मंडल ढेर हो गया। उस पर करीब 1.25 लाख रुपये का इनाम घोषित था और वह उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में 19 आपराधिक मामलों में वांछित चल रहा था। पुलिस को मौके से एक कार्बाइन, एक विदेशी पिस्टल, भारी मात्रा में कारतूस और अन्य आपत्तिजनक सामग्री बरामद हुई है।
मुठभेड़ पुलिस के लिए एक बड़ी सफलता मानी जा रही है, क्योंकि मिथुन लंबे समय से पश्चिमी यूपी, हरियाणा, राजस्थान और उत्तराखंड के कई जिलों में लूट, डकैती, फायरिंग और हत्या के प्रयास जैसे मामलों में सक्रिय था। उसकी गिरफ्तारी पुलिस के लिए चुनौती बन चुकी थी, और वह कई बार घेरा जाने के बावजूद फरार होने में सफल रहा था।
सूत्रों के अनुसार, शामली पुलिस को सूचना मिली कि कुख्यात बदमाश मिथुन गांव के पास जंगल किनारे स्थित एक झोंपड़ी में अपने साथियों के साथ शराब पार्टी कर रहा है। जानकारी मिलने पर एसओजी टीम, स्थानीय पुलिस और सर्विलांस टीम ने इलाके को घेर लिया। पुलिस टीम को देखते ही मिथुन ने फायरिंग शुरू कर दी। करीब 20 मिनट तक दोनों ओर से गोलीबारी चली। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में मिथुन गंभीर रूप से घायल हुआ। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पुलिस ने मुठभेड़ स्थल से जो हथियार बरामद किए, वे उसके खतरनाक नेटवर्क और बड़े गैंग से कनेक्शन का संकेत देते हैं। बरामद हथियारों में शामिल हैं-
इससे साफ होता है कि मिथुन लगातार बड़े अपराधों की योजना बना रहा था और विभिन्न राज्यों में सक्रिय गिरोहों से उसका संपर्क था।
मिथुन कुख्यात बावरिया गैंग का सक्रिय सदस्य था। यह गैंग मुख्य रूप से-
बावरिया गैंग लंबे समय से उत्तर भारत के कई राज्यों के लिए सिरदर्द बना हुआ है। पुलिस के अनुसार, मिथुन इस गैंग के शूटरों में से एक था, जो कई बड़ी वारदातों में शामिल रहा है।
पुलिस रिकॉर्ड में मिथुन पर कुल 19 गंभीर आपराधिक मुकदमे दर्ज थे, जिनमें शामिल हैं—
इनमें से कई मामलों में वह लंबे समय से फरार चल रहा था और पुलिस उसकी तलाश में लगातार दबिश दे रही थी।
मिथुन की वारदातें केवल यूपी तक सीमित नहीं थीं। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, वह हरियाणा में दो मामलों में वांछित,राजस्थान में लूट के मामले में नामजद,उत्तराखंड में हथियार सप्लाई से जुड़े एक केस में संदिग्ध,और दिल्ली-एनसीआर में दो घटनाओं में पुलिस की निगरानी में था। उसकी गिरफ्तारी पर उत्तर प्रदेश पुलिस ने 75 हजार, जबकि अन्य राज्यों ने कुल मिलाकर 50 हजार का इनाम घोषित किया था, जिससे उसकी कुल इनामी राशि 1.25 लाख हो गई थी।
पुलिस के अनुसार, बीते दो महीनों में मिथुन ने अपराध की गतिविधियां तेजी से बढ़ाई थीं। हाल ही में हुई दो बड़ी वारदातों में उसकी भूमिका सामने आने के बाद शामली पुलिस ने उसके खिलाफ विशेष अभियान चलाया था। पुलिस को यह भी आशंका थी कि मिथुन जल्द ही किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में था। उसके पास मौजूद हथियारों से लगता है कि वह एक बड़े अपराध के लिए तैयारी में था।
मुठभेड़ के बाद पुलिस ने मौके पर फॉरेंसिक टीम को बुलाया। पूरे क्षेत्र की ड्रोन से मैपिंग कराई गई और आसपास के जंगल में सर्च अभियान चलाया गया ताकि सुनिश्चित हो सके कि कोई अन्य अपराधी भाग न सके। पुलिस अब मिथुन के नेटवर्क, संपर्कों और उससे जुड़े संभावित साथियों की तलाश में जुट गई है। मोबाइल फोन और बरामद कागजात की जांच कर उसके गैंग के अन्य सदस्यों तक पहुंचने की कोशिश की जा रही है।
स्थानीय ग्रामीण के अनुसार, मिथुन लंबे समय से क्षेत्र में भय और आतंक फैलाए हुए था। कई बार ग्रामीणों से वसूली, धमकी और अवैध वसूली की शिकायतें भी सामने आई थीं। उसकी मौत के बाद ग्रामीणों ने राहत की सांस ली और पुलिस की त्वरित कार्रवाई की प्रशंसा की। एक ग्रामीण ने कहा कि मिथुन आए दिन फायरिंग करता था और रात में आने-जाने वाले लोगों को रोककर धमकाता था। पुलिस ने बड़ा काम किया।”
शामली पुलिस अधीक्षक (SP) ने मीडिया से कहा कि बावरिया गैंग का खतरनाक बदमाश मिथुन कई राज्यों में वांछित था। उसकी तलाश लंबे समय से की जा रही थी। मुठभेड़ में उसकी मौत पुलिस के लिए बड़ी सफलता है। पूरे नेटवर्क की जांच की जा रही है। वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि जिन अपराधियों ने कानून व्यवस्था को चुनौती दी, उन्हें किसी भी स्थिति में बख्शा नहीं जाएगा।
Published on:
02 Dec 2025 09:00 am
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