ऑनलाइन गेमिंग रैकेट (फाइल फोटो)
सीकर. हॉस्टल में रहकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे एक युवक का उसके दोस्तों ने ही बैंक खाता खुलवाकर उसमें साइबर ठगी के रुपए मंगवा लिया। परिवादी को जब दांतारामगढ़ थाना पुलिस से नोटिस मिला तो उसे अपने खातें में साइबर फ्रॉड के रुपए आने का पता चला। परिवादी ने उद्योग नगर थाना में रिपोट दी है।
सुनारिया गांव निवासी 19 साल के युवक जितेंद्र ने सीकर रिपोर्ट देकर बताया कि वह पिछले दो साल से पिपराली रोड पर हॉस्टल में रहकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा है। हॉस्टल में उसके साथ पवन स्वामी उर्फ हैप्पी और सौरभ पुत्र राजेंद्र सिंह भी रहते थे। दोनों एक साल तक उस हॉस्टल में रहे। फिर किसी दूसरे हॉस्टल में जाकर रहने लगे। 4 जनवरी को सौरभ और पवन स्वामी जितेंद्र के पास आए और अपना बैंक खाता बंद होने का बहाना बनाया। उन्होंने हॉस्टल और ट्यूशन फीस जमा करवाने का झांसा देकर को कटराथल में स्थित ईमित्र केंद्र पर ले गए। यहां जितेंद्र से उसके साइन करवाए व बैंक खाता खुलवाने के साथ ही उसके नाम से सिम भी ले ली।
जितेंद्र को सीकर की दांतारामगढ़ थाना पुलिस की ओर से एक नोटिस भेजा गया जो महाराष्ट्र के पिंपरीचिंचवाड़ साइबर पुलिस थाने का था। नोटिस मिलने पर परिवादी को पता चला कि सौरभ और पवन ने उसके डॉक्यूमेंट से फिनो पेमेंट बैंक में अकाउंट खुलवाया और फर्जी सिम से अकाउंट को ऑपरेट कर रहे थे। अकाउंट में 82 हजार रुपए फ्रॉड की राशि भी निकाली थी।
Published on:
28 Sept 2025 06:22 pm
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