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मोबाइल वैचारिक बंधक बनाने का घातक टूल

जिला शैक्षिक सम्मेलन में शिक्षकों की समस्याओं पर मंथन

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सूरतगढ़ राजस्थान शिक्षक संघ शेखावत के 63 वें जिला शैक्षिक सम्मेलन जश्न मैरिज पैलेस में प्रारम्भ हुआ। सम्मेलन के प्रथम दिवस अध्यक्ष राजेंद्र टाक द्वारा संगठन ध्वजारोहण किया। इस अवसर पर मुख्य वक्ता मुख्य वक्ता आल इन्डिया पेंशनर कर्मचारी संघ के उपाध्यक्ष वज़ीर सिंह ने वर्तमान पीढ़ी के समक्ष मोबाईल फोन को मित्र से अधिक शत्रु बताते हुए कहा कि यह वैचारिक बन्धक बनाने का घातक टूल है। इसलिए मोबाइल देखने की बजाए पुस्तकों को पढऩा चाहिए। उन्होंने सार्वजनिक शिक्षा कॉर्पोरेटी चंगुल में धकेलने को आमादा नई शिक्षा नीति 2020 एनईपी की सस्ते मज़दूर तैयार करने नीतियों की प्रवृति को ख़तरनाक बताया और एकजुट होकर शिक्षकों द्वारा निर्मित वैकल्पिक शिक्षा नीति पर जोर दिया।
इस अवसर पर विधायक डूंगरराम गेदर ने कहा कि पाठ्यक्रमों में प्रगतिशील विचारकों को दरकिनार करने की सुविचारित एक विशेष वैचारिक संक्रमण की भूमिका तैयार कर ऐतिहासिक महापुरुषों की सदियों की समतावादी मेहनत को बर्बाद करने की सरकारी अनीति पूरे परवान पर हैं। संवैधानिक मूल्यों की रक्षार्थ, विद्यालयों और सामाजिक चेतना निर्माण के लिए राष्ट्र निर्माता शिक्षक वर्ग को कमर कस मेहनत करनी होगी। शिक्षाविद् प्रवीण भाटिया ने कहा कि शिक्षक के त्रिगुण ज्ञान, सम्प्रेषण, चरित्र के साथ स्वमूल्यांकन के सुप्रबंधन द्वारा विद्यार्थी को निश्चित ही उत्तम नागरिक बनाया जा सकता है। प्रदेश कोषाध्यक्ष राधेश्याम यादव ने भारतीय समाज को सब्ज बाग दिखा कर भ्रमित करने वाली एनईपी 2020 को सार्वजनिक शिक्षा को ध्वस्त कर रोजगार समाप्ति की दिशा में बढ़ता कदम बताया। इस अवसर पर जिला लोकपाल अनिल धानुका, श्योपत मेघवाल, हनुमान मील, संदीप कासनियां, एसएफआई के जिलाध्यक्ष हरविलास, उपाध्यक्ष संजय सिहाग आदि ने विचार रखे। मंच संचालन जिला मंत्री मनेाहर सिहाग ने किया। इस मौके पर प्रकाश आर्य, साहब राम बिराड़ा, भूप कूकणा, रणवीर कौर, सविता कूकणा मंचासीन थे।
सम्मेलन में किया सम्मानित
इस अवसर पर भारत स्काउट की बालिका वॉलंटियर्स को अदभुत सेवाए देने पर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में विद्यालयों में पर्याप्त बजट के अभाव में जर्जर पड़े भवनों की दुर्दशा पर चिंता जताते हुए झालावाड़ के पीपलोदी विद्यालय दुखांतिका के मासूमों को दो मिनट का मौन रख कर श्रद्धांजलि दी गई। 63 वें जिला शैक्षिक सम्मेलन आयोजन समिति के संयोजक रामस्वरूप सहारण एवं सह संयोजक ओम प्रकाश भांभू, सूरतगढ़ अध्यक्ष राजेन्द्र जालप,मंत्री हीरा राम गोदारा, संजय सहारण, जिला प्रवक्ता रजनीश खन्ना आदि ने सम्मेलन की व्यवस्थाएं संभाली।