शाहपुर की अमरावती नदी पर भिड़े 50 से ज्यादा पाड़ेप्रतिबंध के बाद भी प्रशासन ने नहीं रोका
बुरहानपुर. शाहपुर की अमरावती नदी के तट पर परंपरा के नाम पर बुधवार को प्रतिबंधित पाड़ा टक्कर का आयोजन हुआ। हर साल की तरह मेला लगाकर समिति ने मेले के नाम पर 50 से अधिक पाड़ों की लड़ाई कराई। इसे देखने के लिए जिले सहित महाराष्ट्र से भी बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। मैदान पर जगह नहीं मिली तो लोगों ने बाउंड्रीवॉल, मकानों की छत और पेड़ों पर चढकऱ टक्कर देखी।
पाड़ों के भागने से मची भगदड़
सुरक्षा के लिए तीन थानों के टीआइ सहित भारी पुलिस बल तैनात किया गया, लेकिन पुलिस ने पाड़ों की टक्कर को नहीं रोका। आयोजन में सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल, विधायक अर्चना चिटनीस सहित शाहपुर के जनप्रतिनिधि भी शामिल हुए।
पाड़ों की टक्कर के दौरान कई बार पाड़ों के इधर-उधर भागने से भगदड़ की स्थिति बनी। मेलें के अंतिम समय में भीड़ मैदान में अधिक जमा होने से समिति एवं पुलिस को मशक्कत करना पड़ी। हादसा नहीं हो इसलिए समिति द्वारा टक्कर समाप्ति की घोषणा र्की। देर रात तक पाड़े एवं लोगों की भीड़ शाहपुर में देखी गई। नदी के दोनों किनारों पर हजारों लोग घरों की छतों पर बैठे थे।
5 लोगों के खिलाफ कार्रवाई
प्रतिबंधित पाड़ा टक्कर कराने पर शाहपुर पुलिस ने मेला समिति के 5 लोगों पर आपराधिक प्रकरण दर्ज किया। टीआइ अखिलेश मिश्रा ने बताया कि मेले की अनुमति लेकर आयोजन समिति ने प्रतिबंधित पाड़ा टक्कर कराई। आदेश का उल्लंघन होने पर आरोपी वासुदेव पिता वसंता महाजन, सुनील पिता कुतरया वानखेडे, पंकज पिता पोपट राऊत,शेख अनवर पिता शेख सलीम और अर्जुन पिता भरत चौधरी सभी निवासी शाहपुर पर धारा 125, धारा 3(5) बीएनएस व धारा 11(1)(घ) पशुओं के प्रति क्रूरता निवारण अधिनियम 1960 के तहत केस दर्ज किया गया।