2003 की सूची में नहीं मिल रहे कई लोगों के नाम
SIR news. जिले में चल रहे एसआईआर सर्वे में तकनीकी खामियों के कारण मतदाता और बीएलओ परेशान हैं। चुनाव आयोग द्वारा बनाए गए ऐप पर फार्म अपलोड नहीं हो रहे हैं तो कई जगह ऐप खुलने में समय लग रहा है। 15 दिन में 20 फीसदी मतदाताओं के फार्म ही ऑनलाइन अपलोड हुए है। सर्वे में धीमीगति एवं कार्य नहीं करने वाले बीएलओ सहित सुपरवाइजरों को भी नोटिस जारी किया जा रहा है।
एसआईआर कार्य में प्रगति नहीं मिलने पर कलेक्टर हर्ष सिंह ने 5 नोडल अधिकारी, 5 बीएलओ सुपरवाइजर सहित 7 बीएलओ को कारण बताओ सूचना पत्र जारी किया है। इनमें नोडल अधिकारी नेपानगर सीएमओ मोहन अलावा, तहसीलदार नेपानगर दिनेश भवेंदिया, सहायक आयुक्त रितेश पाटीदार, स्वर्णिका वर्मा, उपयंत्री नेपानगर प्रकाश बडवाहे के साथ बीएलओ सुपरवाइजर उपयंत्री शोभाराम सोलंकी, सहकारिता निरीक्षक आकाश अग्रवाल, कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी प्रियकांत चौहान, पर्यवेक्षक वंदना इंगले, पर्यवेक्षक विक्रांत बडकुंवरऔर बीएलओ ज्योति चौधरी, दुर्गा दुबे, अनीता महाजन, तरुणा निंबालकर, जमना प्रसाद जाटव, मनोज भाकरे,शाहिदा बानो को नोटिस देकर तत्काल जवाब मांगा गया है।
सभी बीएलओ के पास पहुंचे फार्म
जिला निर्वाचन विभाग के अनुसार 6 लाख 12 हजार 429 मतदाताओं का विशेष गहन परीक्षण (एसआईआर) करवाया जा रहा है। हर बूथ के बीएलओ को यह जिम्मेदारी दी गई है की मतदाताओं के घरों तक एसआइआर फार्म पहुंचाएं साथ ही जमा करने के बाद ऐप के माध्यम से ऑनलाइन अपलोड करें। एसआईआर में मतदाताओं को स्वयं की जानकारी देने के साथ ही 2003 में दर्ज रिकॉर्ड के आधार पर स्वयं एवं रिश्तेदार की जानकारी लिखना है। शहरी सहित ग्रामीण क्षेत्रों में भी यह कार्य चल रहा है, लगभग सभी बीएलओ तक एसआईआर के फार्म पहुंच गए है।
कार्य की धीमी गति पर नाराजगी
एसआईआर कार्य की धीमी गति पर बीएलओ और सुपरवाइजरों के कार्य से अफसर नाराज है। 6 लाख में से अभी तक एक लाख 8 हजार 197 फार्म ही ऑनलाइन अपलोड हो पाए हैं। जबकि 5 लाख फार्म अपलोड होना है, जिससे इस तरह की गति कम रहेगी और ऐप पर काम नहीं होगा तो अंतिम समय में परेशानी बढ़ेगी। इसलिए एसडीएम के माध्यम से बीएलओ और कलेक्टर द्वारा सुपरवाइजर, सेक्टर अधिकारियों को एसआईआर कार्य फार्म वितरण सहित अपलोड करने की गति बढ़ाने के लिए निर्देश दिए जा रहे है।