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जिंदा हूं मैं… हर साल नवंबर में पेंशनर्स को देना पड़ता अपने जिंदा होने का सबूत

-बैंकों में लग रही पेंशनर्स की लाइन, अलग काउंटर नहीं होने से परेशानी -ऑनलाइन जीवन प्रमाण पत्र की भी सुविधा, जानकारी के अभाव में नहीं मिल रहा लाभ

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Manish Arora

Nov 04, 2025

“जिंदा हूं मैं” यह बात हर साल देशभर के करोड़ों पेंशनर्स को साबित करनी पड़ती है। पेंशन चालू रखने के लिए उन्हें नवंबर माह में अपने जीवित होने का प्रमाण देना अनिवार्य होता है। इस प्रक्रिया से गुजरने बुजुर्ग पेंशनर्स को संबंधित बैंक जाकर अपने सारे दस्तावेज पेश करना होते है। सबसे ज्यादा परेशानी राष्ट्रीयकृत बैंकों के खाताधारकों को आ रही है। मुख्य ब्रांचों में एक ही काउंटर होने से पेंशनर्स परेशान हो रहे है।

जिले में पेंशन की पात्रता रखने वाले 10500 पेंशनर्स है, जिन्हें हर साल नवंबर में बैंक जाकर जीवन प्रमाण पत्र देना होता है। यह प्रक्रिया 1 नवंबर से आरंभ होकर 25 नवंबर तक चलती है। शनिवार, रविवार को अवकाश के चलते इस बार सोमवार 3 नवंबर से जीवन प्रमाण पत्र बनाने की प्रक्रिया शुरू हुई है। सोमवार को पेंशनर्स समस्या निराकरण एसोसिएशन द्वारा जीवन प्रमाण-पत्र ऑन लाइन प्रस्तुत करने एक दिवसीय शिविर का आयोजन किया गया। नार्मदीय धर्मशाला में लगे शिविर में 70 पेंशनर्स ने जीवन प्रमाण पत्र जमा कराए।

ऑनलाइन सुविधा का लाभ उठा सकते
पेंशनर्स को इस परेशानी से छुटकारा दिलाने केंद्र सरकार ने इस प्रक्रिया को आसान बना दिया है। वर्ष 2021 में केंद्र शासन ने ई-जीवन प्रमाण सेवा की शुरुआत की थी। इस सुविधा के तहत पेंशनर्स अब घर बैठे ऑनलाइन माध्यम से अपना जीवन प्रमाण पत्र जमा कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें सिर्फ आधार कार्ड से जुड़ा मोबाइल नंबर और बायोमेट्रिक सत्यापन की जरूरत होती है। ई-प्रमाण जमा होते ही जानकारी सीधे पेंशन पोर्टल पर अपडेट हो जाती है। डिजिटल सुविधा के बावजूद अभी भी कई बुजुर्ग तकनीकी जानकारी के अभाव में ऑफलाइन प्रक्रिया का सहारा लेते हैं। बैंक, कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) में भी जीवन प्रमाण जमा करने की सुविधा दी गई है।

बैंक में रसीद भी नहीं मिल रही
बैंक में ऑनलाइन प्रक्रिया में बहुत समय लगता है। कई बार लंबी कतार में घंटों तक खड़े रहना पड़ता है। बैंक वाले इसकी रसीद भी नहीं देते। इसलिए पेंशनर्स को परेशानी से बचाने तीन साल से शिविर लगाकर सुविधा दे रहे है।
दर्शनसिंह तलरेजा, प्रांतीय अध्यक्ष पेंशनर्स समस्या निराकरण एसो.

एक ही काउंटर लगा रखा
सबसे ज्यादा पेंशनर्स एसबीआइ में दर्ज है। यहां सभी ब्रांचों में पेंशनर्स के लिए कोई अतिरिक्त सुविधा नहीं दी जा रही है। महज एक ही काउंटर होने से पेंशनर्स को परेशानी होती है। सभी बैंकों में पेंशनर्स के लिए अलग से दो-दो काउंटर होना चाहिए।
चंद्रशेखर कोठारी, प्रांतीय उपाध्यक्ष, पेंशनर्स समस्या निराकरण एसो.

कियोस्क में अतिरिक्त खर्च लग रहा
सरकार ने कियोस्क में भी इसकी सुविधा दी है, लेकिन वहां इसके लिए अतिरिक्त खर्च लग रहा है। बैंक में ये सुविधा नि:शुल्क होती है। ऑनलाइन में साइबर ठगी का भी खतरा बना रहता है, इसलिए बैंक को सुविधा बढ़ाना चाहिए।
कमला ठाकुर, प्रांतीय उपाध्यक्ष पेंशनर्स समस्या निराकरण एसो.