छह बाल अपचारियों के फरार होने की घटना के दूसरे दिन शुक्रवार को कलेक्टर ऋषव गुप्ता और पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार राय बाल संप्रेषण गृह पहुंचे। यहां की सुरक्षा व्यवस्था और सीसीटीवी मॉनिटरिंग व्यवस्था देखी। इस दौरान कई खामियां भी नजर आई। कलेक्टर गुप्ता ने सहायक संचालक महिला एवं बाल विकास एवं संप्रेषण गृह अधीक्षक अजय गुप्ता को निर्देश दिए कि बाल संप्रेषण गृह का नियमित रूप से निरीक्षण करें तथा निरीक्षण पंजी में निरीक्षण टीप दर्ज करें। यहां अतिरिक्त लाइटिंग की व्यवस्था की जाए। उन्होंने संप्रेषण गृह के शौचालयों के बीच की पार्टीशन दीवाल की ऊंचाई बढ़ाने और बाउंड्रीवाल की ऊंचाई बढ़ाने के कार्य में गति लाने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि बाउंड्रीवॉल की ऊंचाई बढ़ाने का कार्य जारी है, तब तक संप्रेषण गृह में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात करें। होमगार्ड के अधिकारियों को संप्रेषण गृह का नियमित रूप से निरीक्षण करने के निर्देश भी दिए। पुलिस अधीक्षक राय ने पुलिस अधिकारियों को संप्रेषण गृह की सुरक्षा व्यवस्था की विस्तृत समीक्षा करने के निर्देश दिए। इस दौरान अपर कलेक्टर अरविंद चौहान, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महेंद्र तारणेकर, सीएसपी अभिनव बारंगे सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।
तीन बाल अपचारियों का नहीं चला पता
कोतवाली पुलिस ने 24 घंटे में तीन बाल अपचारियों को गिरफ्तार कर वापस बाल संप्रेषण गृह भेज दिया। बताया जाता है कि फरार होने के बाद एक आरोपी नेपानगर के पास अपने गांव तरफ चला गया। वहीं खरगोन जिले के पांच आरोपी लोगों से रुपए मांगकर घर के लिए निकले थे। पुलिस के हाथ आने के डर अलग-अलग हो गए थे। हालांकि तीन को पुलिस ने पकड़ लिया। वहीं फरार तीन बालकों की तलाश में पुलिस टीम खरगोन और नेपानगर के पास हसनपुरा पहुंची। पुलिसकर्मी बाइक से तीनों को तलाश रहे हैं लेकिन अभी तक इनमें से एक भी हाथ नहीं आया।