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इमरान खान की बहन ने नवाज़ शरीफ और उनकी पार्टी पर लगाया गंभीर आरोप, कहा…

इमरान खान की बहन नूरीन नियाज़ी ने पूर्व पाकिस्तानी पीएम नवाज़ शरीफ और उनकी पार्टी पर गंभीर आरोप लगाया है। क्या है पूरा मामला? आइए जानते हैं।

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भारत

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Tanay Mishra

Dec 01, 2025

Imran Khan's sister's big allegation on Nawaz Sharif and his party

Imran Khan's sister's big allegation on Nawaz Sharif and his party (Photo - Patrika Graphics)

पाकिस्तान (Pakistan) के पूर्व पीएम इमरान खान (Imran Khan) की मौत की अफवाह तेज़ी से फैल रही है। इमरान के परिजन यह आरोप लगा रहे हैं कि रावलपिंडी की अदियाला जेल में इमरान की जेल में हत्या कर दी गई है। हालांकि जेल प्रशासन का कहना है कि इमरान पूरी तरह से स्वस्थ हैं, लेकिन इमरान के परिजन इस बारे में आश्वस्त नहीं हैं क्योंकि उन्हें पिछले कई हफ्तों से इमरान से मिलने नहीं दिया जा रहा है। इमरान की बहन नूरीन नियाज़ी ने भी कहा है कि उन्हें अपने भाई के बारे में कुछ नहीं पता। इसी बीच अब नूरीन ने पाकिस्तान के पूर्व पीएम पर एक गंभीर आरोप लगाया है।

नूरीन ने क्या लगाया आरोप?

नूरीन ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा, "PML-N के दोहरे मापदंड चौंकाने वाले हैं। मैंने भारतीय मीडिया को इंटरव्यू दिया और इसके लिए वो मुझ पर हमला करते हैं। नवाज़ शरीफ, जो पहले पीएम थे, ने खुद भारतीय प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल पाकिस्तान की मिलिट्री लीडरशिप को बदनाम करने के लिए किया है। आज वह और उनका परिवार खुलेआम चालाकी का इस्तेमाल करते हुए आराम से सत्ता में बैठे हैं और उन्हीं ताकतों से फायदा उठा रहे हैं जिनके वो कभी खिलाफ थे। उनके भाई, उनकी बेटी और उनकी पार्टी दूसरों को सिद्धांतों पर भाषण देते हुए सरकार के फायदों का मज़ा ले रहे हैं।

दुनिया यह भी ध्यान दे, इसी पावर स्ट्रक्चर से जुड़े लोगों ने बेशर्मी से एआई का इस्तेमाल करके मेरे इंटरव्यू के कुछ हिस्सों से छेड़छाड़ की। यह जानबूझकर मेरे शब्दों को तोड़-मरोड़कर पेश करने और जनता को गुमराह करने की कोशिश थी। ये वही लोग हैं जिन्होंने इमरान खान को कई हफ्तों तक परिवार, वकीलों और बेसिक अधिकारों से दूर, गैर-कानूनी, अमानवीय अकेलेपन में रखा है।

मैंने कभी कोई पब्लिक ऑफिस नहीं संभाला है। पब्लिक में बोलने का मेरा एकमात्र मकसद अपने भाई की जेल में हुई नाइंसाफ़ी को सामने लाना और ह्यूमन राइट्स ऑर्गनाइज़ेशन और ज्यूडिशियरी से उनके लीगल, पॉलिटिकल और ह्यूमन राइट्स को सिस्टमैटिक तरीके से नकारने को पहचानने की अपील करना है।"