
RSF carries out drone air strikes in Sudan (Photo - Washington Post)
सूडान (Sudan) में सेना और अर्धसैनिक बल (पैरामिलिट्री) रैपिड सपोर्ट फोर्सेज़ - आरएसएफ (Rapid Support Forces - RSF) के बीच 15 अप्रैल 2023 को युद्ध शुरू हुआ था और अभी भी यह खत्म नहीं हुआ है। हालांकि आरएसएफ ने पिछले महीने ही सूडान में 3 महीने के एकतरफा मानवीय युद्धविराम का ऐलान किया था और साफ कर दिया था कि इस युद्धविराम के दौरान आरएसएफ के लड़ाके किसी तरह का कोई हमला नहीं करेंगे। अब आरएसएफ ने इस युद्धविराम को तोड़ते हुए एक बार फिर एक भीषण हमले को अंजाम देने में भूमिका निभाई।
आरएसएफ की मदद से सूडान पीपुल्स लिबरेशन मूवमेंट-नॉर्थ - एसपीएलएम-एन (Sudan People's Liberation Movement-North - SPLM-N) ने गुरुवार को दक्षिण कोर्डोफन (South Kordofan) में ड्रोन अटैक करते हुए अलग-अलग जगह स्कूल-अस्पताल समेत कई नागरिक इलाकों पर ड्रोन से मिसाइलें गिराईं। इस हमले से चीखपुकार मच गई।
आरएसएफ की मदद से एसपीएलएम-एन द्वारा किए गए इस ड्रोन अटैक में 79 लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में 43 बच्चे भी शामिल थे, जो स्कूल पर हुए हमले में मारे गए।
इस हमले में 38 लोग घायल भी हो गए, जिनमें 11 बच्चे और 6 महिलाएं शामिल हैं। घायलों को नज़दीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहाँ उनका इलाज चल रहा है।
सूडान में युद्ध की वजह से भारी तबाही मची है। दो साल से भी ज़्यादा समय से चल रहे इस युद्ध की वजह से देश में जान-माल का काफी नुकसान हुआ है और निर्दोष लोगों को इसकी कीमत चुकानी पड़ी है। सेना और पैरामिलिट्री के बीच चल रही जंग की वजह से अब तक हज़ारों लोग अपनी जान गंवा चुके हैं और उससे भी ज़्यादा लोग घायल हो चुके हैं। लाखों लोगों को इस जंग की वजह से अपना घर खोना पड़ा है। करोड़ों लोग जंग की वजह से पैदा हुए हालात के कारण खाने के संकट का सामना कर रहे हैं।
Updated on:
06 Dec 2025 07:50 am
Published on:
06 Dec 2025 07:07 am
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