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ख्यावदा ग्राम पंचायत का मामला, तीन दिनों से भ्रष्टाचार के खिलाफ की जा रही थी भूख हड़ताल
बारां. नाहरगढ़ थाना क्षेत्र की ख्यावदा ग्राम पंचायत में भ्रष्टाचार के मामलों की उच्च स्तरीय जांच की मांग को लेकर अनिश्चत्कालीन भूख हड़ताल पर बैठे दो युवकों की तबीयत बिगडऩे के बाद साथी युवकों में रोष गहरा गया तथा दो युवक मोबाइल टावर पर चढ़ गए। इसके बाद प्रशासन हरकत में आया तथा मांगों के अनुसार निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया। पंचायत समिति के बीडीओ हर्ष महावर ने जूस पिलाकर अनशन समाप्त कराया। अनशन के दौरान शनिवार दोपहर को कुण्डी निवासी दो युवक राकेश मीणा व प्रदीप मीणा की तबीयत बिगड़ गई थी। उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इससे साथी ग्रामीण युवकों में रोष गहरा गया और दो युवक दो युवक धीरज मीणा व तेजकरण मोबाइल टावर पर चढ़ गई थे। इसके बाद प्रशासन ने उन्हें आश्वासन के बाद नीचे उतारा।
चढ़ गए थे टावर पर
गांव के बल्लू वैष्णव व अन्य ग्रामीणों ने बताया कि सडक़, मनरेगा, आवासीय योजना आदि में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कुण्डी के युवाओं ने जांच की मांग को लेकर जिला परिषद के सीईओ राजवीर ङ्क्षसह व कलक्टर को भी ज्ञापन दिए थे, कार्रवाई नहीं होने से इनमें रोष था। 25 सितंबर को प्रशासन व सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर युवाओं ने भूख हड़ताल शुरू कर दी थी। शनिवार को दो युवकों की तबीयत बिगड़ गई तथा दो युवक टावर पर चढ़ गए थे।
जांच कमेटी गठित
विनोद मीणा एवं पूर्व छात्र संघ उपाध्यक्ष संदीप मीणा ने बताया कि प्रशासन की ओर से लिखित आश्वासन एवं जिला स्तरीय जांच कमेटी का गठन किया गया, इसमें अन्ता बीडीओ राधेश्याम, कृष्णा पाठक सहायक अभियंता एवं अब्दुल सहायक विकास अधिकारी जिला परिषद बारां को शामिल किया गया। प्रदीप एवं सुनील ने बताया कि निष्पक्ष जांच एवं ग्रामीणों के सामने जांच की बात पर प्रशासन ने सहमति जताई। इससे राकेश, प्रदीप, संदीप ओर सुनील ने भूख हड़ताल को समाप्त किया। इस दौरान सैकड़ों में ग्रामीण व पुलिस मौजूद रही।
Published on:
28 Sept 2025 01:10 pm
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