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भक्ति रस में डूबे श्रद्धालु, शिवमहापुराण कथा का शुभारंभ

नीलकंठ महादेव मंदिर का 25वां पाटोत्सव, कलश यात्रा में उमड़ी भक्तों की भीड़

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Devotees immersed in devotional juices, the beginning of Shiva Mahapuran Katha

Devotees immersed in devotional juices, the beginning of Shiva Mahapuran Katha

भीलवाड़ा आरके कॉलोनी स्थित नीलकंठ महादेव पार्क परिसर में रविवार को महादेव मंदिर के 25वें पाटोत्सव की शुरुआत श्रद्धा और भक्ति के माहौल में हुई। इस अवसर पर नीलकंठ सेवा समिति एवं नीलकंठ महिला मंडल की ओर से शिवमहापुराण कथा का आयोजन किया जा रहा है। कथा के प्रथम दिन प्रसिद्ध कथावाचक प्रकाशानंद ने शिवपुराण का दिव्य रहस्य सुनाते हुए भगवान शिव के स्वरूप और उनके कल्याणकारी स्वरूप का वर्णन किया।

भगवान शिव ही सभी वर्गों का करते हैं कल्याण

कथावाचक प्रकाशानंद ने कहा कि भगवान शिव का स्वरूप स्वयं में कल्याण का प्रतीक है। वे दानव, मानव, देव सभी का कल्याण करते हैं। उनकी कृपा के बिना संसार का कोई भी कर्म सिद्ध नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि शिवमहापुराण केवल कथा नहीं, बल्कि भगवान शिव के संपूर्ण वाङ्मय का साक्षात दर्शन कराती है। यह ग्रंथ भक्ति, मुक्ति और मोक्ष की राह दिखाने वाला सरल मार्ग है।

भजनों की मधुर स्वर लहरियों में झूमे श्रद्धालु

कथा के दौरान महाराज ने कई भक्ति भजन प्रस्तुत किए। बम बम भोले” और “शिव शंकर की महिमा अपरंपार जैसे भजनों पर श्रद्धालु झूम उठे और पूरा परिसर हर-हर महादेव के जयकारों से गूंज उठा। नीलकंठ महादेव पार्क श्रद्धालुओं से भरा रहा। भक्तों ने मंत्रमुग्ध होकर कथा श्रवण किया और भक्ति रस में डूबे रहे।

कलश यात्रा का पुष्पवर्षा से स्वागत

कथा से पूर्व सुबह 10 बजे कलश यात्रा निकाली गई। यात्रा में महिलाएं सिर पर कलश लेकर चल रही थीं, जबकि दिनेश विजयवर्गीय और कृष्णकांत ने पोथी सिर पर धारण की। बैंड-बाजों की मधुर धुनों पर राजेश व्यास, भगवतीलाल माहेश्वरी, योगेश मोदी, हरीश, विजय और अजय सहित कई श्रद्धालु भक्ति नृत्य करते हुए चल रहे थे। यात्रा के दौरान कॉलोनीवासियों ने पुष्पवर्षा कर स्वागत किया। कलश यात्रा चारभुजानाथ मंदिर होकर नीलकंठ महादेव मंदिर परिसर में पहुंचकर संपन्न हुई।

आरती के साथ हुआ समापन

कथा उपरांत भव्य आरती का आयोजन किया गया। इसमें भंवरलाल विजयवर्गीय, सूरजमल, भवानीलाल, विजय और बाबूलाल शर्मा ने आरती कर भक्तों को प्रसाद वितरित किया। आयोजन के संयोजक कृष्णकुमार विजयवर्गीय और हरीश वैष्णव ने बताया कि पूरे मनोभाव से श्रद्धालुओं ने आज शिवकथा का श्रवण किया।

मंदिर परिसर में सप्ताहभर चलने वाली यह कथा भक्तों के आध्यात्मिक उत्थान का माध्यम बनेगी। वैष्णव ने बताया कि आगामी दिनों में भंडारा, सामूहिक आरती, रुद्राभिषेक और भजन संध्या जैसे आयोजन भी होंगे। 25वें पाटोत्सव के अवसर पर पूरे सप्ताह शिव भक्ति और सेवा के कार्यक्रमों की श्रंखला चलेगी।