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एक करोड़ रुपए का गोल्ड लोन घोटाले का शातिर आरोपी जयपुर से गिरफ्तार

कोतवाली थाना पुलिस ने एक करोड़ रुपए के गोल्ड लोन धोखाधड़ी मामले में फरार चल रहे मुख्य आरोपी और 10 हजार रुपए के इनामी शातिर बूंदी निवासी संजय सोनी को गुरुवार को जयपुर से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी लंबे समय से पुलिस से बचने के लिए जयपुर, दिल्ली, मध्यप्रदेश सहित कई स्थानों पर छिपता फिर रहा था।

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एक करोड़ रुपए का गोल्ड लोन घोटाले का शातिर आरोपी जयपुर से गिरफ्तार

बूंदी. पुलिस गिरफ्त में आरोपी।

बूंदी. कोतवाली थाना पुलिस ने एक करोड़ रुपए के गोल्ड लोन धोखाधड़ी मामले में फरार चल रहे मुख्य आरोपी और 10 हजार रुपए के इनामी शातिर बूंदी निवासी संजय सोनी को गुरुवार को जयपुर से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी लंबे समय से पुलिस से बचने के लिए जयपुर, दिल्ली, मध्यप्रदेश सहित कई स्थानों पर छिपता फिर रहा था। थानाधिकारी भंवर ङ्क्षसह ने बताया कि आरोपी संजय सोनी बैंकों में गोल्ड लोन के लिए मिलीभगत से ग्राहकों के आभूषणों की शुद्धता जांच में फर्जीवाड़ा करता था। वह नकली आभूषणों को असली बताकर उनकी शुद्धता की झूठी रिपोर्ट तैयार करता और उसी आधार पर बैंक से गोल्ड लोन स्वीकृत करवा लेता था। इसके बाद अपने साथियों के साथ मिलकर ऋण की राशि हड़पकर फरार हो जाता था। पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी और उसके साथियों ने इसी तरह विभिन्न बैंकों से लगभग एक करोड़ रुपए का लोन फर्जीवाड़े से प्राप्त किया था। आरोपी के खिलाफ कोतवाली थाने में कई प्रकरण दर्ज हैं। पुलिस ने तकनीकी साक्ष्य और गोपनीय सूत्रों के आधार पर आरोपी के जयपुर में छिपे होने की जानकारी जुटाई। इस मामले में गठित टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया। न्यायालय ने आरोपी को तीन दिन के पुलिस रिमांड पर सौंपा है।


बैंक कर्मचारी भी जांच के दायरे में
पुलिस सूत्रों के अनुसार इस मामले में बैंक कर्मचारियों की भूमिका संदिग्ध पाई गई है। जांच में यह भी देखा जा रहा है कि आरोपी को फर्जी मूल्यांकन रिपोर्ट तैयार करने और लोन स्वीकृति में किन कर्मचारियों ने सहयोग किया। पुलिस टीम में सहायक उप निरीक्षक खेमराज, हैड कांस्टेबल सत्येन्द्र ङ्क्षसह और कांस्टेबल नेतराम शामिल रहे।

सट्ïटे और शेयर बाजार में उड़ाई रकम
पुलिस पूछताछ में आरोपी ने खुलासा किया कि उसने धोखाधड़ी से हड़पी गई राशि का बड़ा हिस्सा शेयर बाजार और ऑनलाइन सट्टे में लगा दिया था। रकम डूबने के बाद वह फरार हो गया था। पुलिस अधीक्षक ने आरोपी की गिरफ्तारी पर 10 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था।