
रिश्वत लेने का आरोपी निर्मल सोनी (फोटो-पत्रिका)
चूरू। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने सोमवार को सरदारशहर तहसील कार्यालय में कार्यरत सहायक प्रशासनिक अधिकारी को रिश्वत लेते रंगे हाथ धर धबोचा। जानकारी के अनुसार एसीबी मुख्यालय के निर्देश पर एसीबी चौकी झुंझुनूं इकाई की ओर से की गई कार्रवाई में तहसील कार्यालय के सहायक प्रशासनिक अधिकारी निर्मल सोनी को 90 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए पकड़ लिया।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो झुंझुनूं के उप अधीक्षक शब्बीर खान ने बताया कि झुंझुनूं एसीबी चौकी को एक शिकायत मिली कि परिवादी अंजनी सोनी ने तहसील कार्यालय सरदारशहर में कृषि भूमि रूपांतरण के लिए आवेदन कर रखा है। शिकायत में बताया गया कि तहसील कार्यालय के सहायक प्रशासनिक अधिकारी निर्मल सोनी भूमि रुपातंरण करने की एवज में एक लाख रुपये रिश्वत की मांग कर पेरशान कर रहा है।
ब्यूरो ने प्राप्त शिकायत पर 25 अक्टूबर को गोपनीय रूप से रिश्वत मांग का सत्यापन कराया। इस दौरान आरोपी निर्मल सोनी ने परिवादी से 90,000 रुपये कृषि भूमि रुपातंरण करने की लिए स्वयं व तहसीलदार के नाम से रिश्वत की मांग की। जिसपर एसीबी ने जाल बिछाकर सोमवार को कार्रवाई की।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो झुंझुनूं ने रिश्वत लेने के खिलाफ ट्रेप की कार्रवाई की, इसी दौरान परिवादी अंजनी सोनी से आरोपी एएओ निर्मल सोनी ने 90,000 रुपये रिश्वत प्राप्त कर अपनी पहनी हुई पेंट की आगे की बाईं जेब में रख लिए। जिस पर एसीबी अधिकारी ने रिश्वत राशि 90,000 रुपये बरामद कर आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की।
एसीबी जयपुर रेंज के उप महानिरीक्षक राजेश सिंह के सुपरविजन में एसीबी झुंझुनूं के उप अधीक्षक शब्बीर खान मय टीम ने ट्रेप की कार्रवाई की। एसीबी के महानिदेशक पुलिस गोविन्द गुप्ता एवं अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस स्मिता श्रीवास्तव के निर्देश पर हुई कार्रवाई के साथ ही एसीबी की टीम आरोपी से पूछताछ कर रही है।
एसीबी की ओर से भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अन्तर्गत प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की। इसके बाद एसीबी की टीम ने एएओ निर्मल सोनी के घर की तलाशी ली। खान ने बताया कि तहसीलदार की भूमिका के बारे में जब निर्मल सोनी से पूछताछ की गई तो कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया गया। निर्मल सोनी का कहना है कि यह पैसे उसकी ओर से उधार लिए गए हैं। उन्होंने कहा कि मामले को लेकर अनुसंधान जारी है अनुसंधान में पूरा मामला स्पष्ट हो पाएगा।
सूत्रों के अनुसार लंबे समय से भ्रष्टाचार को लेकर शिकायत की जा रही है। इतना ही नहीं तहसील कार्यालय के समक्ष भ्रष्टाचार को लेकर धरना तक दिया गया जो काफी दिनों से जारी है। धरने के माध्यम से तहसील कार्यालय के सहायक प्रशासनिक अधिकारी निर्मल सोनी की ओर से खुले आम रिश्वत मांगने की लगातार शिकायत की जाती रही लेकिन इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई।
चीता सेना के अध्यक्ष ओमकार बाली तहसील कार्यालय में हो रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ पिछले 200 दिनों से गांधी चौक में धरना दे रहे हैं लेकिन प्रशासन का कोई अधिकारी उनसे बातचीत के लिए नहीं आया। इसके अलावा पीड़ित पक्षकारों की ओर से लगातार शिकायतें किए जाने और समाचार प्रकाशित होने के बावजूद प्रशासन की ओर से कार्रवाई किए जाने की कोई पहल तक नहीं की गई। जिससे भ्रष्ट कर्मचारियों के हौसले बुलंद हो रहे थे। जिसका नतीजा उक्त ट्रेप कार्रवाई के रूप में प्रकट हुआ है। इससे पहले तहसील कार्यालय में पीड़ित लोगों ने कई बार हंगामा भी किया। फिर भी प्रशासन हरकत में नहीं आया।
Updated on:
28 Oct 2025 07:09 am
Published on:
27 Oct 2025 08:06 pm
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