26 नवंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

जलभराव के कारण रवी फसल की बुवाई नहीं कर पा रहे किसान, गुस्साए ग्रामीणों ने प्रशासन के खिलाफ किया प्रदर्शन

सैंपऊ उपखंड क्षेत्र के दर्जनों गांव में अभी भी खेत जलमग्न बने हुए हैं। जिसके चलते रवी फसल बुवाई नहीं हो सकी है। जिसको लेकर किसानों में प्रशासन के खिलाफ आक्रोश बना हुआ है। अभी भी बोरेली, खेमरी, सहरौली, सेमरा, कूकुरा, माकरा,राजौरा खुर्द सहित दर्जनों गांव में अभी भी खेतों में पानी भरा हुआ है।

2 min read
Google source verification
जलभराव के कारण रवी फसल की बुवाई नहीं कर पा रहे किसान, गुस्साए ग्रामीणों ने प्रशासन के खिलाफ किया प्रदर्शन Farmers are unable to sow Rabi crops due to waterlogging; angry villagers protest against the administration

dholpur, सैंपऊ उपखंड क्षेत्र के दर्जनों गांव में अभी भी खेत जलमग्न बने हुए हैं। जिसके चलते रवी फसल बुवाई नहीं हो सकी है। जिसको लेकर किसानों में प्रशासन के खिलाफ आक्रोश बना हुआ है। अभी भी बोरेली, खेमरी, सहरौली, सेमरा, कूकुरा, माकरा,राजौरा खुर्द सहित दर्जनों गांव में अभी भी खेतों में पानी भरा हुआ है।

खेतों में पानी भरा होने के कारण रवी फसल बुवाई नहीं हो पा रही। जिससे किसानों के लिए अनाज की किल्लत दरवाजा खटखटाते हुए नजर आ रही है। जिसको लेकर कूकरा में किसानों ने प्रशासन के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। किसानों का आरोप है कि पिछले दो वर्षों से बारिश का बसेड़ी क्षेत्र का पानी लगातार गांव में भर जाता है, जिसके चलते 2 वर्ष से खेती पूरी तरह से चौपट हो चुकी है। प्रशासन ने पानी निकासी का अभी तक कोई ठोस उपाय नहीं निकला। जिसके चलते किसानों के परिवारों पर भुखमरी का संकट मंडरा रहा है। किसानों ने बताया पिछले वर्ष हुई बारिश के बाद अगर प्रशासन ने पानी निकासी के लिए नाले का निर्माण कराया होता, तो इस वर्ष इस समस्या का सामना नहीं करना पड़ता। नहर में पानी छोड़े जाने का समय नजदीक आता जा रहा है, लेकिन अभी भी खेतों में पानी भरा हुआ है। अगर नहर का पानी छोड़ दिया गया तो और भी स्थिति बिगड़ जाएगी। किसानों ने जिला कलक्टर से समस्या के समाधान की मांग की है।

दो वर्षों से फसल पूरी तरह से चौपट हो रही है। प्रशासनिक अधिकारियों का इस और कोई ध्यान नहीं है। अभी भी खेतों में पानी भरा हुआ है, लोग बहुत परेशान हैं।

विक्रम सिंह, किसान

खेतों में पानी भरा हुआ है, सुनने में आ रहा है कि एक तारीख से नहर में पानी छोड़ा जा रहा है, अगर नहर में पानी छोड़ दिया तो बिल्कुल भी खेती नहीं हो पाएगी। जिस कारण दिसंबर महीने में पानी बिल्कुल नहीं छोड़ा जाए।

अशोक खां, किसान

बसेड़ी क्षेत्र के दर्जनों गांव से हमारे क्षेत्र में पानी आता है। पिछली वर्ष भी यही स्थिति हुई थी। अगर प्रशासन ने बारिश के पानी के निकासी के लिए नाले बनवा दिए होते तो यह स्थिति नहीं बनती।

नवल सिंह परमार, किसान

खेतों में बाजरा की फसल बिल्कुल भी नहीं हुई। अब गेहूं की फसल भी नहीं बुवाई कर पा रहे हैं, क्योंकि खेतों में अभी भी पानी भरा हुआ है। ऐसी स्थिति में किसान को भूखा ही मरना पड़ेगा।

इमरान, स्थानीय युवक