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Jalore: देरी से पहुंची एंबुलेंस, साथ नहीं था स्वास्थ्यकर्मी, अस्पताल में डॉक्टर भी नहीं, घायल की दर्दनाक मौत

चितलवाना उपखंड के गलीफा फांटा के पास सड़क हादसे में कंप्यूटर अनुदेशक अमित कुमार चौधरी की मौत हो गई, जबकि व्याख्याता हमीराराम गंभीर रूप से घायल हो गए।

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jalore road accident

अमित कुमार चौधरी। फाइल फोटो- पत्रिका

हाड़ेचा। चितलवाना उपखंड के गलीफा फांटा के पास हुए दर्दनाक सड़क हादसे में कंप्यूटर अनुदेशक अमित कुमार चौधरी की मौत हो गई। पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया। चितलवाना थाना के एएसआई ने बताया कि परिजनों की रिपोर्ट के आधार पर मामला दर्ज कर अनुसंधान प्रारंभ कर दिया गया है।

जानकारी के अनुसार राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय हाड़ेचा में कार्यरत व्याख्याता हमीराराम चौधरी और कंप्यूटर अनुदेशक अमित कुमार चौधरी बाइक पर सवार होकर जा रहे थे। इसी दौरान गलीफा फांटा के पास उनकी मोटरसाइकिल दुर्घटनाग्रस्त हो गई, जिससे दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए।

घटना के बाद ग्रामीणों ने 108 एंबुलेंस को सूचना दी और घायलों को राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया, लेकिन केंद्र पर चिकित्सक मौजूद नहीं था। इस दौरान अमित की मौत हो गई। गंभीर घायल हमीराराम चौधरी को बिना प्राथमिक उपचार के ही सांचौर के निजी अस्पताल में रेफर किया गया, जहां उनका उपचार जारी है।

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समय पर नहीं पहुंची 108 एंबुलेंस

ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि दुर्घटना की सूचना के बावजूद 108 एंबुलेंस समय पर नहीं पहुंची, जिससे घायलों को देर से सहायता मिली। उनका कहना है कि एंबुलेंस में स्वास्थ्यकर्मी नहीं था, जिसके कारण तत्काल चिकित्सा सहायता शुरू नहीं हो पाई। आपात स्थिति में आवश्यक उपचार नहीं मिलने से एक घायल की मौत हो गई, जबकि दूसरे को गंभीर हालत में सांचौर रेफर करना पड़ा।