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Ring Road Project: राजस्थान के इस जिले में बिछेगा सड़कों का जाल, रिंग रोड प्रोजेक्ट को लेकर आई बड़ी खबर

जालोर जिले के रिंग रोड प्रोजेक्ट के लिए डीपीआर तैयार करने की प्रक्रिया दो माह बाद फिर से शुरू हो गई है। पूर्व की टेंडर प्रक्रिया मानक पूरे न होने पर निरस्त हुई थी, अब री-टेंडर के जरिए एजेंसी तय की जाएगी।

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ring road project in jalore

एआई तस्वीर

जालोर। जिले के महत्वपूर्ण रिंग रोड प्रोजेक्ट की क्रियान्विति के लिए डीटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करने को लेकर शुरु की गई प्रक्रिया खटाई में पड़ने के बाद नए सिरे शुरुआत की गई है। 17 नवंबर को प्रोजेक्ट की डीपीआर तैयार करने के लिए एजेंसी निर्धारण की कड़ी में टैंडर प्रक्रिया शुरू हुई।

इससे पूर्व 2 सितंबर को टैंडर लगे थे, लेकिन जिन भी एजेंसियों ने प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करने को लेकर रूचि दिखाई, वे मानक पर खरी नहीं उतरी। इसी कारण से अब री-टैंडर प्रक्रिया अपनाई गई है। यह प्रक्रिया करीब एक माह तक चलेगी और उसके बाद प्रोजेक्ट की डीपीआर तैयार की जाएगी।

33 किलोमीटर का बनना है रिंग रोड

प्रक्रिया में तय एजेंसी को 33 किलोमीटर प्रोजेक्ट के लिए डीपीआर बनानी है। एजेंसी की ओर से रूट के विकल्प, बाधाएं और अलाइनमेंट की रिपोर्ट पेश की जाएगी। फिजिबल रूट पर भविष्य में सड़क निर्माण का कार्य किया जाएगा।

जिले की पहली रिंग रोड के निर्माण के लिए प्रक्रिया चल रही है। इसमें तय एजेंसी की ओर से डीपीआर रिपोर्ट पेश की जाएगी। इस प्रक्रिया के साथ संभावित और जरुरी भूमि अवाप्ति, फोरेस्ट क्लीयरेंस और रूट का ड्राइंग चार्ट भी मौजूद रहेगा।

प्रोजेक्ट की यह मंशा

जालोर शहर की आबादी बढ़ती जा रही है और भविष्य में शहरी क्षेत्र का दायरा और भी बढ़ेगा। भविष्य की जरुरत को देखते हुए इस रिंग रोड का सपना मुख्य सचेतक और वर्तमान विधायक जोगेश्वर गर्ग ने देखा था। प्रोजेक्ट को 2042 की स्थिति को ध्यान में रखते हुए तैयार किया जा रहा है।

इस प्रोजेक्ट के जरिए जालोर शहर के पास सड़क का एक ऐसा जाल तैयार करना है, ताकि जरुरत पड़ने पर भारी वाहन निर्बाध रूप से शहर के आस-पास से आवाजाही कर सके। इससे एक तरफ जालोर शहरी क्षेत्र की यातायात व्यवस्था में सुधार होगा। दूसरी तरफ इस रूट से सर्वाधिक फायदा ग्रेनाइट उद्यमियों को होगा।

यह वीडियो भी देखें

इस रूट पर प्रारंभिक स्तर पर चर्चा

डीपीआर बनने पर ही रूट तय होगा, लेकिन प्रारंभिक स्तर पर इस रिंग रोड का निर्माण नेशनल हाईवे 325 से कोलर फांटा, रणछोड़नगर, लेटा गांव के पास तक जालोर शहर के आस पास किया जाना है। बता दें प्रोजेक्ट के लिए पूर्व में 2 सितंबर से टैंडर प्रक्रिया शुरू होनी थी, लेकिन किसी कारण वश खटाई में पड़ गई थी।

इन्होंने कहा

करीब दो माह पूर्व रिंग रोड निर्माण को टैंडर निकाला गया था, लेकिन प्रक्रिया में रूचि दिखाने वाली एजेंसियों की ओर से निर्धारित मानक पूरे नहीं करने से प्रक्रिया अटक गई। अब फिर से नए सिरे से प्रक्रिया अपनाई गई है।

  • शंकरलाल सुथार, एक्सईएन, पीडब्ल्यूडी