
पत्रिका की ओर से आयोजित कार्यक्रम में मोबाइल गेमिंग के प्रति सचेत करते विशेषज्ञ
बच्चों अगर आप, आप के दोस्त, रिश्तेदार और पापा-मम्मी तीन चीजों का ध्यान रखते हैं तो साइबर फ्राड नहीं होगा। जागरूक रहें, भय और किसी का लालच नहीं करें। सोशल मीडिया पर अपनी निजी जानकारी वायरल नहीं करें तो आप सुरक्षित हैं। यह बातें साइबर सेल के प्रधान आरक्षक विक्रम वर्मा ने बच्चों से कही।
साइबर सेल के प्रधान आरक्षक विक्रम वर्मा ने कहा कि पढ़ाई के साथ खेल-कूद मनोरंजन भी जरूरी है। लेकिन, मोबाइल फोन की बजाए खेल मैदान में दोस्तों के साथ खेलें। जरा सी चूक हुई तो ठगे जाओगे। फोन, मम्मी या पापा का है तो बैंक एकाउंट भी खाली हो सकता है। बच्चों की मोबाइल पर ऑनलाइन गेमिंग के जरिए आप की निजी जानकारी हासिल करते हैं। उन्होंने स्कूल के बच्चों को साइबर क्राइम से बचने सेहत को दुरुस्त रखने के लिए यह सुझाव दिया।
साइबर सेल के प्रधान विक्रम वर्मा ने छात्र राकेश के सवाल पर जवाब दिया कि 18 वर्ष से कम आयु वर्ग के बच्चों को किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एकाउंट नहीं बनाना चाहिए। ठग सोशल मीडिया के अलावा मोबाइल फोन पर कई अन्य तरीकों से ठगी कर सकते हैं। पहले लालच देंगे। फिर फसाएंगे। इसलिए हर तरह से सतर्क रहने की जरूरत है। ठगी के तरीकों और उनसे बचने का उपाय बताया।
अभिनव वारंग, सीएसपी...
नगर पुलिस अधीक्षक अभिनव वारंग ने बच्चों को शासकीय स्कूल के प्रति जागरूक किया। उन्होंने बच्चों को बताया कि मैंने भी सरकारी स्कूल में पढ़ाई करके यहां तक पहुंचा हूं। सीएसपी ने बच्चों को इस उम्र में होने वाले अपराध बचाव की सावधानियां बताई। उन्होंने कहा कि पहले भारतीय संहिता होती थी, अब भारतीय न्याय संहिता है। बच्चों को आपराधिक क्षेत्र की लक्ष्मण रेखा बताते हुए पढ़ाई पर बल दिया।
सुलोचना गहलोत, टीआई, महिला थाना...
ये उम्र दोस्ती की नहीं है, सिर्फ और सिर्फ पढ़ाई करें। उन्होंने लड़कियों और लड़कों को कहा कि प्रलोभन नहीं करें। इस दौरान टीआई ने कहा कि जो लड़के व लड़कियां बगैर माता-पिता से पूछे बाहर जाते हैं। या फिर मोबाइल पर रील आदि नहीं बनाएं। थियेटर में फिल्म, होटल में या फिर अन्य जगह माता-पिता से पूछकर ही जाएं।
मोबाइल का उचित उपयोग करें : आनंद जैन...
नेहरू स्कूल के शिक्षक आनंद जैन ने भारतीय संविधान दिवस को लेकर बच्चों से कई सवाल जवाब किए। बच्चों ने बढ़-चढ़कर जवाब दिया। जैन ने बच्चों से कहा कि मोबाइल का उचित उपयोग करें। रील्स, फेसबुक से बचें। ये पढ़ाई और खेलकूद का समय है। उन्होंने कहा मोबाइल पर अनुचित उपयोग से साइबर ठगी का शिकार हो सकते हैं।
संयोगिता मालवीय, छात्रा...
यूपीएससी परीक्षा में आईएएस, आईपीएस बनते हैं
मोघट थाने के एसआई विनोद मेहना के बच्चों से यूपीएससी की परीक्षा क्यों होती है। इस सवाल का जवाब सबसे पहले एमएलबी स्कूल की कक्षा-11 की संयोगिता मालवीय ने दिया। संयोगिता ने जवाब दिया कि आईएएस, आईपीएस, आईएफएस, आईआरएस पद के चयन के लिए होती है।
राकेश, छात्र, कक्षा-12..
कक्षा 12 का छात्र राकेश ने कहा, मेरे पास मोबाइल नहीं है। घर में स्मार्ट मोबाइल है। साइबर सेल के प्रधान आरक्षक से सवाल पूछा कि सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर एकाउंट बनाना चाहिए या नहीं। मोबाइल गेमिंग से किस तरह के खतरे रहते हैं। आरक्षक विक्रम वर्मा ने जवाब दिया कि कम आयु वर्ग के बच्चों को सोशल मीडिया प्लेट फार्म पर एकाउंट नहीं बनाना है। इसी जानकारी के माध्यम से ठग माता-पिता के एकाउंट तक पहुंचते हैं।
कार्यक्रम में ये रहे मौजूद...
मोतीलाल नेहरू स्कूल की प्राचार्य रूबिया अली, पीडी डोंगरे, आनंद कुमार जैन, साधना सोनी, समीक्षा, तृप्ति लाड़, रायना, उमा मालवीय, शवाब बानो, आरती राठौर आदि रहे।
इन बिंदुओं पर किया अलर्ट
ठग, सोशल मीडिया की प्रोफाइल में आपके परिचितों की तस्वीर लगाकर जानकारी ले सकते हैं।
डराने व धमकाने का तरीका भी अपना सकते हैं, ऐसे में पैरेंट्स को तत्काल जानकारी देना चाहिए।
मोबाइल पर फर्जी कॉल से भी ठगने की कोशिश की जाती है, अनजान नंबर पर विश्वास नहीं करें।
हैप्पी बर्थडे जैसे मैसेज व आमंत्रण से भी ठगी की गई है, एपीके लिखे लिंक को क्लिक नहीं करें।
स्कॉलरशिप, गिट व लकी ड्रॉ के बहाने से भी खूब ठगी हो रही है, किसी के झांसे में नहीं आएं।
Updated on:
27 Nov 2025 12:02 pm
Published on:
27 Nov 2025 11:54 am
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