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बाल दिवस : वेस्ट से वैल्यू तक पहुंचे नन्हे वैज्ञानिक, प्रदूषण पर काबू के दिए नए उपाय

जिले के स्कूली बच्चों की प्रतिभाओं और उनके रचनात्मकता की पहचान की गूंज राज्य स्तर तक है। बच्चों ने पर्यावरण संरक्षण, प्रदूषण नियंत्रण, घरेलू समस्याओं के समाधान और वेस्ट सामग्री के उपयोग कर मॉडल बनाए थे।

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खंडवा

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Rajesh Patel

Nov 14, 2025

children's Day

विज्ञान प्रदर्शन के दौरान सक्षम मुकाती ने प्रदूषण नियंत्रण और पानी के दोबारा उपयोग का मॉडल बनाया

जिले के स्कूली बच्चों की प्रतिभाओं और उनके रचनात्मकता की पहचान की गूंज राज्य स्तर तक है। बच्चों ने पर्यावरण संरक्षण, प्रदूषण नियंत्रण, घरेलू समस्याओं के समाधान और वेस्ट सामग्री के उपयोग कर मॉडल बनाए थे। बच्चों ने न केवल विज्ञान की समझ दिखाई बल्कि सोच और मानव कल्याण की दिशा में नए रास्ते सुझाए। नई पीढ़ी की छोटी-छोटी समस्याओं का समाधान खोजने की क्षमता रखती है।

प्रदूषण का दिया संदेश

विज्ञान प्रदर्शन के दौरान सक्षम मुकाती ने प्रदूषण नियंत्रण और पानी के दोबारा उपयोग का मॉडल बनाया था। जिसकी पहचान प्रदेश स्तर तक हुई। आंचल कुशवाह ने टॉर्च में मल्टी तकनीक प्रस्तुत किया है। साहिल का भी आइडिया घरेलू समाधान बना। इन बच्चों की प्रतिभाओं को लेकर बाल दिवस पर बच्चों को प्रेरित करती है।

बेसिन के पानी का दोबारा उपयोग

कक्षा 8 वीं के सक्षम मुकाती ने गृहणियों की समस्या को हल करने वाला मॉडल बनाया था। बर्तन धोते समय बेसिन का पानी पाइप को चोक कर देता है। लीकेज की समस्या होती है। सक्षम ने वेस्ट प्लास्टिक बॉटल को पाइप से जोड़कर ऐसा मॉडल तैयार किया था कि जिससे पाइप आसानी से साफ हो सके। बेसिन का पानी फिल्टर होकर बागवानी में उपयोग किया जा सकता है। इसमें नल की टोटी, पारदर्शी बॉटल, चारकोल, रुई, रेत और पत्थरों का प्रयोग किया गया। यह मॉडल प्लास्टिक प्रदूषण को कम करने और पानी के पुन: उपयोग में सहायक है।

टॉर्च की रोशनी का मल्टी रिफ्लेक्टर बनाया

कक्षा 10 वीं की आंचल कुशवाह ने टॉर्च में मल्टी रिलेक्टर तकनीक का उपयोग कर नया मॉडल प्रस्तुत किया था। सामान्य टॉर्च में प्रकाश केवल एक दिशा में जाता है, लेकिन आंचल ने रिलेक्टर को इस तरह डिजाइन किया कि प्रकाश नीचे और पीछे भी मोडा जा सके। इससे रात में टॉर्च का प्रकाश सभी दिशाओं में फैलता है और उपयोगकर्ता को अधिक सुविधा मिलती है। यह मॉडल विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों और बिजली कटौती की स्थिति में उपयोगी साबित हो सकता है। आंचल का यह नवाचार ऊर्जा के बेहतर उपयोग और सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है।

बॉटल में दो ढक्कन का नवाचार

साहिल भीम सिंह देवड़ा ने बॉटल के डिजाइन में सुधार का विचार प्रस्तुत किया था। सामान्यत: बॉटल में केवल एक ओर ढक्कन होता है, जिससे दूसरी तरफ सफाई करना कठिन होता है। साहिल ने सुझाव दिया कि बॉटल में दोनों ओर ढक्कन होना चाहिए ताकि उसे आसानी से साफ किया जा सके और लंबे समय तक उपयोग किया जा सके। यह विचार घरेलू उपयोग में सहायक है और प्लास्टिक बॉटल को अधिक उपयोगी बनाने में मदद करता है। साहिल का यह छोटा लेकिन महत्वपूर्ण नवाचार दैनिक जीवन की सुविधा बढ़ाने वाला है।