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साइबर ठगों का नया हथियार SIR… भूलकर आप भी न करें ये गलती, आयोग ने जारी की सख्त चेतावनी

Fraud News: छत्तीसगढ़ में साइबर ठगी लगातार नई-नई तरकीबों के साथ बढ़ती जा रही है। साइबर ठगों ने लोगों को ठगने के लिए विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) फार्म भरने के नाम पर ओटीपी मांगने का पैटर्न निकाला है।

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फोटो सोर्स - iStock

फोटो सोर्स - iStock

CG SIR News: विधानसभा की चारों सीटों पर मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण चल रहा है। इसके तहत 2025 की वोटर लिस्ट का मिलान 2003 की मतदाता सूची से किया जा रहा है। इसके लिए आयोग की ओर से 2025 की वोटर लिस्ट में शामिल मतदाताओं को गणना पत्रक उपलब्ध कराया जा रहा है।

निर्धारित अवधि में गणना पत्रक को भरकर बीएलओ को लौटाने के लिए कहा गया है। विधानसभा की चारों सीटों पर गणना पत्रक के वितरण का कार्य लगभग पूरा होने की ओर है। वोटर से भरा हुआ गणना पत्रक भी एकत्र किया जा रहा है। पत्रक में वोटर को अपना मोबाइल नंबर लिखना पड़ रहा है। आशंका है कि कहीं से इस मोबाइल नंबर का इस्तेमाल ठग गिरोह कर सकता है। इसे देखते हुए निर्वाचन आयोग की ओर से वोटर को एक एडवाइजरी जारी की गई है।

एसआईआर फार्म भरने ओटीपी की जरुरत नहीं

इसमें कहा गया कि एसआईआर फॉर्म भरते समय मोबाइल नंबर देना पूरी तरह से सुरक्षित है, लेकिन लोगों को सतर्क रहने की आवश्यकता है। कुछ साइबर अपराधी इसी बहाने ठगी करने की कोशिश कर सकते हैं। स्वयं को बीएलओ या आयोग का कर्मचारी बताकर वोटर से ठगी कर सकते हैं।

आयोग ने कहा है कि ऐसी कॉल से सावधान रहने की जरुरत है। बूथ लेवल ऑफिसर के माध्यम से एसआईआर फॉर्म भरने के लिए किसी प्रकार की ओटीपी की आवश्यकता नहीं होती है। कोई भी अधिकारी कर्मचारी वोटर से ओटीपी नहीं मांगता है। यदि कोई व्यक्ति मोबाइल नंबर पर कॉल करके ओटीपी की मांग करे तो तत्काल मना कर दें। अपने क्षेत्र के बीएलओ से सम्पर्क करें। जरुरत पड़ने पर पास के थाने में सूचना दें।

सर्वर भी नहीं कर रहा काम, अपलोड करने में दिक्कत

आयोग की ओर से गणना पत्रक को वोटर से लिया जा रहा है। बीएलओ इस गणना पत्रक को अपनी आईडी से निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर अपलोड कर रहे हैं लेकिन आयोग की वेबसाइट सही तरीके से काम नहीं कर रही है। बुधवार को काफी देर तक यह वेबसाइट डाउन रही। इस कारण से बीएलओ निर्धारित कई फार्म को अपलोड नहीं कर सके। हालांकि दोपहर बाद साइट ने काम करना शुरू किया तब कुछ क्षेत्र के बीएलओ ने गणना पत्रक को अपलोड किया। अपलोड करने का कार्य इतना धीरे है कि अब सुपरवाइजर भी परेशान हैं और वे बीएलओ से गणना पत्रक लेकर स्वयं अपलोड करने जा रहे हैं।

दूसरे राज्याें से एसआईआर के रिकार्ड

एसआईआर को लेकर वे वोटर अधिक परेशान हैं, जिनका नाम या उनके माता पिता का नाम कोरबा जिले में 2003 की वोटर लिस्ट नहीं है। इस प्रकार के वोटर एसईसीएल की आवासीय कॉलोनियों में सबसे अधिक हैं। एनटीपीसी, सीएसईबी और बालकोनगर की आवासीयों में रहने वाले वोटर भी परेशान हैं। 2003 के एसआईआर में नाम नहीं हैं। इस स्थिति में लोग अपने मूल निवास या जहां वर्ष 2003 में रहते थे, वहां से एसईआर की पुरानी लिस्ट को खोजने में लगे हुए हैं। विधानसभा क्षेत्र का नाम, क्रमांक, भाग संख्या और वोटर संख्या को हासिल कर कोरबा में गणना पत्रक को भर रहे हैं।