Ulaa vs Chrome Browser (Image: Google Play Store)
Ulaa vs Chrome Browser: भारत में डिजिटल स्वदेशीकरण की लहर तेजी से आगे बढ़ रही है। जहां एक ओर भारतीय ऐप्स धीरे-धीरे विदेशी एप्लिकेशनों का विकल्प बन रहे हैं, वहीं अब ब्राउजिंग की दुनिया में भी भारतीय तकनीक अपनी पकड़ मजबूत कर रही है। इसी दिशा में भारतीय कंपनी Zoho ने अपना Ulaa Browser पेश किया है, जो पूरी तरह से मेड इन इंडिया है।
Zoho का यह नया ब्राउजर सिर्फ इंटरनेट सर्फिंग का टूल नहीं, बल्कि एक ऐसा डिजिटल प्रोडक्ट है जो आपकी प्राइवेसी, स्पीड और कंट्रोल, तीनों का ध्यान रखता है। यह ब्राउजर तेजी से पॉपुलर हो रहा है और तमाम ऐसे यूजर्स हैं जो Google Chrome से इस पर शिफ्ट हो रहे हैं।
Ulaa ब्राउजर की सबसे खास बात यह है कि इसमें इन-बिल्ट ऐड ब्लॉकर दिया गया है। इसका मतलब है कि अब वेबसाइट्स पर परेशान करने वाले विज्ञापनों से छुटकारा मिलेगा। इस फीचर की मदद से वेब पेज न केवल जल्दी खुलते हैं बल्कि ब्राउजिंग एक्सपीरियंस भी पहले से कहीं ज्यादा स्मूद हो जाता है। जहां Chrome ब्राउजर में ऐड हटाने के लिए एक्सटेंशन इंस्टॉल करने पड़ते हैं वहीं Ulaa में यह सुविधा पहले से मौजूद है। इससे यह सामान्य ब्राउजरों के मुकाबले लगभग 20 से 30% तेज काम करता है।
आज के समय में ऑनलाइन डेटा सिक्योरिटी सबसे बड़ा मुद्दा बन चुका है। ऐसे में Ulaa ब्राउजर उन यूजर्स के लिए बढ़िया साबित हो सकता है जो अपनी ऑनलाइन प्राइवेसी को लेकर सतर्क हैं। Zoho का साफ दावा है कि Ulaa किसी भी तरह से यूजर का डेटा न ट्रैक करता है और न बेचता है। इसका मतलब यह है कि आपकी सर्च हिस्ट्री, क्लिक पैटर्न या वेबसाइट विजिट की जानकारी किसी थर्ड पार्टी को नहीं दी जाती है।
इसके विपरीत, Chrome जैसे ब्राउजर यूजर के व्यवहार का डेटा एकत्र करते हैं ताकि उन्हें विज्ञापन दिखाए जा सकें। अगर आप चाहते हैं कि आपकी ऑनलाइन एक्टिविटी पूरी तरह निजी रहे, तो Ulaa ब्राउजर आपके लिए सबसे भरोसेमंद विकल्प है।
Ulaa ब्राउजर का एक और शानदार फीचर इसके मल्टीपल ब्राउजिंग मोड्स हैं।
इसमें Work Mode, Personal Mode, Kids Mode और Developer Mode जैसे विकल्प दिए गए हैं। हर मोड अपनी अलग सेटिंग्स और प्राइवेसी कंट्रोल के साथ आता है।
उदाहरण के लिए, Kids Mode में वयस्क कंटेंट अपने आप ब्लॉक हो जाता है जबकि Developer Mode में डेवलपर्स को टेस्टिंग और एक्सटेंशन इंटीग्रेशन के लिए अतिरिक्त टूल्स मिलते हैं।
Chrome भले ही प्रोफाइल स्विचिंग की सुविधा देता ह लेकिन Ulaa की तरह कस्टमाइज्ड मोड्स का अनुभव नहीं देता है।
Ulaa एक लाइटवेट ब्राउजर है जो सिस्टम के बहुत कम CPU और RAM का उपयोग करता है। इसका ऑप्टिमाइज्ड कोडिंग स्ट्रक्चर इसे पुराने या कम स्पेसिफिकेशन वाले कंप्यूटरों पर भी बेहतरीन तरीके से चलाता है। अगर आप Chrome इस्तेमाल करते हैं तो जानते होंगे कि वह RAM का बहुत ज्यादा उपयोग करता है जिससे सिस्टम धीमा पड़ जाता है। Ulaa की यह खासियत है कि यह तेजी से लोड होता है, स्मूद चलता है और ब्राउजिंग के दौरान हैंग नहीं होता।
Ulaa का इंटरफेस पहली नजर में ही आकर्षित करता है। इसका डिजाइन मिनिमल और यूजर फ्रेंडली है। बुकमार्क मैनेज करना, हिस्ट्री देखना, टैब्स स्विच करना या वेबसाइट सेव करना सब कुछ एकदम आसान और व्यवस्थित तरीके से किया जा सकता है। Chrome में जहां बुकमार्क बार थोड़ा जटिल लगता है वहीं Ulaa में सबकुछ क्लियर और सहज दिखता है। इसका सादगी भरा लुक इसे न सिर्फ प्रोफेशनल्स बल्कि आम यूजर्स के लिए भी परफेक्ट बनाता है।
Published on:
09 Oct 2025 06:53 pm
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