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PCOS सिर्फ ओवरी की बीमारी नहीं, आपकी खूबसूरती भी हो सकती है प्रभावित

PCOS: पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS) एक आम लेकिन गंभीर समस्या है, जिसे लोग सिर्फ ओवरी से जुड़ी बीमारी मानते हैं, लेकिन इसका असर केवल ओवरी पर नहीं, बल्कि आपकी खूबसूरती पर भी पड़ता है। जानिए कैसे।

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भारत

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MEGHA ROY

Sep 29, 2025

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PCOS and external appearance|फोटो सोर्स – Freepik

PCOS In Women: पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS) आजकल एक आम समस्या बन चुकी है, जिसके कई कारण हैं। ऐसे में अक्सर लोगों को लगता है कि पीसीओएस केवल ओवरी से जुड़ी समस्या है, लेकिन इसका आपकी खूबसूरती पर भी असर हो सकता है। PCOS न सिर्फ आपके हार्मोनल बैलेंस को प्रभावित करता है, बल्कि यह आपकी त्वचा और बालों की सेहत पर भी असर डालता है। इस लेख में जानेंगे कि पीसीओएस कैसे आपकी खूबसूरती को प्रभावित करता है और इसे नियंत्रित करने के आसान उपाय क्या हैं।

पीसीओएस से जूझ रही करीब 70% महिलाएं


भारत में हुई कुछ रिसर्च (Think Global Health)बताती हैं कि पीसीओएस से जूझ रही करीब 70% महिलाएं एक्ने और अनचाहे बालों की परेशानी झेलती हैं। वहीं, आधी से ज्यादा महिलाओं में इंसुलिन रेजिस्टेंस के लक्षण भी पाए जाते हैं। एक्सपर्ट्स का मानना है कि इन संकेतों को सिर्फ कॉस्मेटिक समस्या मानना बड़ी भूल है। जब तक हार्मोन और मेटाबॉलिज़्म को सही तरह से ट्रीट नहीं किया जाएगा, तब तक कोई भी सुधार लंबे समय तक नहीं टिक पाएगा।

लक्षणों को नजरअंदाज करना क्यों गलत है?

कई महिलाएं बार-बार होने वाले पिंपल्स, वजन बढ़ना, बाल झड़ना या पीरियड्स मिस होने जैसी दिक्कतों को सामान्य मानकर अनदेखा कर देती हैं। लेकिन ये सभी पीसीओएस के शुरुआती संकेत हो सकते हैं। इसे सिर्फ प्रजनन से जुड़ी समस्या मानना भी गलत है, क्योंकि इसका असर आत्मविश्वास, मानसिक स्वास्थ्य और रिश्तों पर भी पड़ सकता है।

इलाज और देखभाल कैसे करें?

  • पीसीओएस को मैनेज करने के लिए केवल दवा ही काफी नहीं है।
  • डॉक्टर हार्मोनल थेरेपी, एंटी-एंड्रोजन और इंसुलिन सेंसिटाइजर्स जैसी दवाओं से इसका इलाज करते हैं।
  • इसके साथ ही लाइफस्टाइल में बदलाव बेहद जरूरी है।
  • संतुलित आहार लेना, नियमित व्यायाम करना, वजन नियंत्रित रखना, स्ट्रेस मैनेज करना और पर्याप्त नींद लेना हार्मोन लेवल को बैलेंस करने में मदद करते हैं।
  • एक्सपर्ट्स कहते हैं कि अगर महिलाएं सिर्फ 5–10% तक वजन कम कर लें, तो भी उनमें सुधार देखने को मिलता है।