
योगी का युवाओं को सीधा संदेश (फोटो सोर्स : Whatsapp News Group )
CM Yogi at Convocation: उत्तर प्रदेशके मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को बीबीडी यूनिवर्सिटी लखनऊ के पहले दीक्षांत समारोह में युवाओं को सकारात्मक सोच, नवाचार और समाधान आधारित दृष्टिकोण अपनाने की प्रेरणा दी। हजारों छात्रों की उपस्थिति में सीएम योगी ने कहा कि किसी भी समाज और राष्ट्र का विकास समस्याओं को गिनाने से नहीं, बल्कि समाधान तलाशने से होता है। समारोह में प्रदेश के कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह भी मौजूद रहे। मंच पर बैठे दोनों नेताओं ने विश्वविद्यालय की उपलब्धियों की सराहना करते हुए छात्रों को भविष्य की शुभकामनाएं दीं। दीक्षांत समारोह में कुल 5746 विद्यार्थियों को उपाधि प्रदान की गई, जबकि मेधावी छात्रों को मेडल से सम्मानित किया गया।
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि आज जरूरत इस बात की है कि हम समस्या पर नहीं, समाधान पर ध्यान दें। यदि हम समस्या की ओर जाएंगे तो समस्या ही मिलेगी, लेकिन यदि हम समाधान की ओर बढ़ेंगे तो रास्ते खुलते जाएंगे। उन्होंने कहा कि आज दुनिया चुनौतियों का सामना कर रही है,महामारी, वैश्विक संघर्ष, तकनीकी बदलाव, डिजिटल अपराध,लेकिन इन सबके बीच भारत ने एक मजबूत, सक्षम और संगठित राष्ट्र के रूप में अपनी पहचान बनाई है। योगी ने कहा कि युवाओं को भी अपने जीवन की चुनौतियों को इसी दृष्टिकोण से देखना चाहिए। विश्वविद्यालयों को चाहिए कि वे छात्रों में “समाधान-केन्द्रित शिक्षा” विकसित करें, जिससे वे समाज और देश के लिए योगदान दे सकें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी मानव इतिहास की सबसे गंभीर चुनौतियों में से एक थी। जब दुनिया अस्त-व्यस्त थी, तब भारत न सिर्फ कोविड प्रबंधन में आदर्श स्थापित कर रहा था, बल्कि इसी दौरान नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) तैयार कर रहा था। यह भारत की प्रतिबद्धता और दूरदृष्टि को दर्शाता है। उन्होंने बताया कि कोरोना काल में पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में वैक्सीन निर्माण, मुफ्त वैक्सीन वितरण, मुफ्त अनाज योजना, अस्पतालों में बेड क्षमता में वृद्धि, ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना-इन सबने भारत को बेहतर स्थिति में लाकर खड़ा किया।
अपने संबोधन के दौरान सीएम योगी ने 2017 से पहले की स्थिति का जिक्र करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश को गंभीर पहचान संकट का सामना करना पड़ रहा था। 2017 के पहले युवा परेशान थे, बहन-बेटियां असुरक्षित थीं, व्यापारी भयभीत रहते थे। निवेश की बात तो दूर, जो निवेश पहले से हुआ था, वह भी राज्य छोड़ रहा था। उन्होंने कहा कि उस दौर में कानून-व्यवस्था की स्थिति इतनी खराब थी कि निवेशक यूपी का नाम सुनकर पीछे हट जाते थे। जब भारत सरकार ने ‘जीरो टॉलरेंस नीति’ को आगे रखा था, तब लोग इसे मजाक समझते थे। लेकिन आज परिणाम सबके सामने हैं।”
आज यूपी में होली, दिवाली से लेकर ईद-बकरीद तक हर त्योहार शांति से मनाया जाता है
योगी ने कहा कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था पर मजबूत पकड़ और पारदर्शी शासन की वजह से आज यूपी में त्योहारों का माहौल बदल गया है। अब यूपी में होली, दिवाली, दशहरा, रक्षाबंधन, क्रिसमस, ईद और बकरीद सभी त्योहार शांति और सद्भाव के साथ मनाए जाते हैं। यह परिवर्तन कानून व्यवस्था में सुधार का परिणाम है।” उन्होंने कहा कि अपराधियों पर कार्रवाई और आतंकवाद/माफिया नेटवर्क के खिलाफ राज्य की सख्त नीति ने सुरक्षित वातावरण बनाया है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि यूपी आज निवेश के क्षेत्र में देश के शीर्ष राज्यों में शामिल है। पहले 5 साल में 50 हजार करोड़ का निवेश मिलना भी मुश्किल था। लेकिन आज उसी प्रदेश ने 8 साल में 45 लाख करोड़ रुपये का निवेश आकर्षित किया है। उन्होंने कहा कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट और ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी की सफलता इस बात का प्रमाण है कि दुनिया उत्तर प्रदेश के विकास मॉडल पर भरोसा कर रही है।
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि केंद्र सरकार की योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन में यूपी लगातार बेहतर प्रदर्शन कर रहा है। आज उत्तर प्रदेश केंद्र द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के कार्यान्वयन के मामले में देश में तीसरे स्थान पर है। यह टीम वर्क, सुशासन और पारदर्शिता का परिणाम है।”
उन्होंने कहा कि डिजिटलाइजेशन, DBT, ई-गवर्नेंस, जनकल्याण योजनाएं, महिला सशक्तिकरण, किसान सम्मान निधि, पीएम आवास योजना,इन सबके क्रियान्वयन में यूपी ने उत्कृष्ट काम किया है।
की उपाधियां दी गईं। मेधावी छात्रों को गोल्ड और सिल्वर मेडल भी प्रदान किए गए। सीएम योगी ने छात्रों को बधाई देते हुए कहा कि युवा किसी भी राष्ट्र की उन्नति का आधार होते हैं। उन्होंने छात्रों को तकनीकी दक्षता, नवाचार, स्टार्टअप और सामाजिक उत्तरदायित्व अपनाने की सलाह दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में 2017 के बाद शिक्षा व्यवस्था में भी बड़े बदलाव किए गए हैं।
उन्होंने कहा कि युवाओं को रोजगार और स्वरोजगार देने के लिए सरकार ने ODOP, स्टार्टअप नीति, MSME नीति और युवाओं के प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किए हैं।
Published on:
17 Nov 2025 06:44 pm
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