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UP Crime: डिप्टी सीएम के ऑफिस में तैनात अधिकारी पर जानलेवा हमला

Deadly Attack on UP Dy CM Officer:   लखनऊ के गोमती नगर विस्तार में उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के कार्यालय में तैनात अधिकारी रविन्द्र शुक्ला पर देर शाम बदमाशों ने जानलेवा हमला कर दिया। हमलावरों ने उनकी कार रोककर पीटा, लहूलुहान कर दिया और बेटी से भी अभद्रता की। वारदात ने राजधानी की कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

3 min read

लखनऊ

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Ritesh Singh

Oct 03, 2025

लखनऊ के गोमती नगर विस्तार में सरेआम गुंडई, कार रोकी, अधिकारी और उनकी बेटी से मारपीट (फोटो सोर्स : Whatsapp)

लखनऊ के गोमती नगर विस्तार में सरेआम गुंडई, कार रोकी, अधिकारी और उनकी बेटी से मारपीट (फोटो सोर्स : Whatsapp)

UP Crime News: राजधानी लखनऊ के गोमती नगर विस्तार क्षेत्र में गुरुवार देर शाम सनसनीखेज वारदात हुई। प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के कार्यालय में तैनात अधिकारी रविन्द्र शुक्ला पर बदमाशों ने जानलेवा हमला कर दिया। घटना उस समय हुई जब रविन्द्र शुक्ला अपनी बेटी के साथ कार से लौट रहे थे। हमलावरों ने बीच सड़क पर उनकी गाड़ी रोकी, बुरी तरह पीटा और लहूलुहान कर दिया। हमलावरों ने न सिर्फ अधिकारी को धमकाया, बल्कि उनकी बेटी से भी बदसलूकी की। इस वारदात ने राजधानी की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

वारदात की पूरी कहानी

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, घटना गोमती नगर विस्तार इलाके में घटी। रविन्द्र शुक्ला अपनी कार से घर लौट रहे थे। तभी दो-तीन गाड़ियों से आए हमलावरों ने उनकी कार को ओवरटेक कर रोक लिया। इसके बाद बदमाशों ने कार का शीशा तोड़ा और उन्हें बाहर घसीट लिया। लाठी-डंडों और मुक्कों से उनकी पिटाई की गई। बीच-बचाव करने की कोशिश कर रही उनकी बेटी से भी अभद्रता की गई। बदमाश लगातार धमकियां देते रहे और दादागिरी का प्रदर्शन करते रहे।

चश्मदीदों ने बताई दहशत

मौके पर मौजूद चश्मदीदों ने बताया कि हमलावर खुलेआम रविन्द्र शुक्ला को धमकाते रहे। उन्होंने कहा, “यह लखनऊ है, यहाँ हमारी चलती है।” घटना के दौरान राहगीरों में भी अफरा-तफरी का माहौल बन गया। लोग बीच-बचाव करने की हिम्मत नहीं जुटा पाए। बाद में कुछ स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी और गंभीर रूप से घायल रविन्द्र शुक्ला को अस्पताल पहुँचाया गया।

पुलिस की भूमिका सवालों के घेरे में

राजधानी के पॉश इलाके में इस तरह की घटना से सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठना स्वाभाविक है। गोमती नगर विस्तार हमेशा से वीआईपी और संवेदनशील क्षेत्र माना जाता है। बावजूद इसके, हमलावरों ने बेखौफ होकर हमला किया और मौके से फरार हो गए। पुलिस की गश्त और तत्काल कार्रवाई को लेकर भी लोगों में नाराज़गी है। चश्मदीदों का कहना है कि पुलिस को आने में काफी समय लगा।

हमले की खबर मिलते ही राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि “अपराधियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।” उन्होंने पुलिस अधिकारियों को तुरंत कार्रवाई कर दोषियों की पहचान और गिरफ्तारी का निर्देश दिया। विपक्षी दलों ने इस घटना को प्रदेश की कानून-व्यवस्था पर हमला बताते हुए सरकार को घेरा। समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के नेताओं ने कहा कि “राजधानी में जब डिप्टी सीएम के अधिकारी सुरक्षित नहीं हैं, तो आम जनता की सुरक्षा की क्या गारंटी है?”

रविन्द्र शुक्ला की हालत और बयान

अस्पताल में भर्ती रविन्द्र शुक्ला की हालत फिलहाल स्थिर बताई जा रही है। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा, “यह हमला पूरी तरह योजनाबद्ध था। बदमाश हमें लगातार धमका रहे थे। मेरी बेटी को भी डराया और अभद्रता की गई। अगर आसपास लोग न होते तो शायद मुझे जिंदा नहीं छोड़ते।” उनकी बेटी ने भी घटना का ब्यौरा देते हुए कहा कि बदमाश बहुत आक्रामक थे और लगातार गालियाँ दे रहे थे।

FIR दर्ज, हमलावरों की तलाश

गोमती नगर पुलिस ने पीड़ित की तहरीर पर मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि हमलावरों की पहचान के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। आसपास के इलाके में लगे कैमरों से कुछ सुराग मिले हैं। एडीजी और आईजी रेंज ने भी घटना स्थल का दौरा किया और पुलिस टीम को त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए।

राजधानी में बढ़ते अपराधों पर चिंता

हाल के दिनों में लखनऊ में मारपीट, लूट और सड़क पर गुंडई की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। गोमती नगर, इंदिरा नगर और हजरतगंज जैसे इलाकों में कई वारदातें दर्ज हो चुकी हैं। इस घटना ने फिर से यह सवाल खड़ा कर दिया है कि राजधानी में अपराधियों के हौसले इतने बुलंद क्यों हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि अपराधियों को कड़ी सजा न मिलने और प्रभावशाली लोगों के संरक्षण की वजह से ऐसी घटनाएं होती रहती हैं।

 गुस्सा और आक्रोश

इस हमले की खबर फैलते ही स्थानीय लोगों में गुस्सा फैल गया। सोशल मीडिया पर भी लोग सवाल उठा रहे हैं कि जब राजधानी के वीआईपी इलाके में डिप्टी सीएम के दफ्तर के अधिकारी पर हमला हो सकता है, तो आम जनता की सुरक्षा का क्या होगा। लोगों ने मांग की है कि हमलावरों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए और उन पर कड़ी कार्रवाई की जाए।