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सनातन एकता पदयात्रा मथुरा पहुंचने पर भावुक हुए धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री, कहा- मां वेंटिलेटर पर थी, फिर भी…

बागेश्वर धाम के धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की सनातन एकता पदयात्रा अंतिम दिन मथुरा पहुँची। जहां श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। सीएम मोहन यादव और बी प्राक, जुबिन नौटियाल जैसे गायक शामिल हुए। यात्रा के दौरान शास्त्री भावुक हुए और सनातन एकता पर जोर दिया।

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सनातन एकता पदयात्रा

फोटो सोर्स बागेश्वर धाम इंस्टाग्राम

मथुरा में शनिवार को बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की सनातन एकता पदयात्रा अपने दसवें और अंतिम पड़ाव पर पहुँच गई। अंतिम दिन यात्रा में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव के शामिल होने से कार्यक्रम और अधिक विशेष हो गया। इससे पहले देर रात प्रसिद्ध गायक बी प्राक, जुबिन नौटियाल और स्वाति मिश्रा मथुरा पहुँचे। यात्रा के दौरान जुबिन नौटियाल धीरेंद्र शास्त्री का हाथ थामे चलते दिखे। तीनों गायकों ने भक्ति संगीत से वातावरण को आध्यात्मिक रंग दे दिया।

काशी से आए ब्राह्मणों द्वारा की गई आरती ने यात्रा का भावनात्मक रंग और गाढ़ा कर दिया। चारों ओर 'जय श्री राम' और 'हनुमान जी की जय' के जयघोष गूँजते रहे। भीड़ से अभिभूत धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि देश के कोने-कोने से लोग घर-परिवार छोड़कर इस यात्रा में सम्मिलित हुए हैं। उन्होंने भावुक होते हुए एक युवक का उल्लेख किया। कहा कि जिसकी मां वेंटिलेटर पर हैं। फिर भी वह यात्रा में शामिल होने पहुंचा। शास्त्री ने कहा कि यह देखकर हृदय द्रवित हो गया। हमने कभी कल्पना नहीं की थी कि हनुमान जी उन्हें इस स्वरूप की यात्रा करवाएंगे। अपने संबोधन में उन्होंने सनातन की एकता पर जोर देते हुए कहा कि देश को घुसपैठियों की शरण स्थली बनने से बचाना होगा। जो लोग ऐसी प्रवृत्तियों को बढ़ावा देते हैं। उन्हें देशहित को सर्वोपरि रखना चाहिए।

55 किलोमीटर लंबी यात्रा का मथुरा में हुआ समापन

करीब 55 किलोमीटर लंबी यह यात्रा आज मथुरा में पूर्ण होगी। समापन से पहले साधु-संतों के प्रवचन और सनातन सभा का आयोजन होगा। इसके बाद धीरेंद्र शास्त्री बांके बिहारी मंदिर में दर्शन कर यात्रा का औपचारिक समापन करेंगे। यह यात्रा दिल्ली और हरियाणा से होते हुए मथुरा बॉर्डर के रास्ते उत्तर प्रदेश में दाखिल हुई थी। जिसके बाद हर पड़ाव पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु इसमें शामिल होते गए।