
UP News : उत्तर प्रदेश के शहर, बुलंदशहर के लोग ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने में सबसे आगे हैं। शराब पीकर गाड़ी चलाने और फिर गाड़ी को गलत तरीके से पार्क करने के मामलों में बुलंदशहर के लोगों ने मेरठ महानगर के लोगों को भी पीछे छोड़ दिया है। ऐसा हम नहीं कह रहे हैं बल्कि पुलिस के ऑपरेशन नकेल ने बुलंदशहर के लोगों की यह पोल खोली है। मेरठ परिक्षेत्र में चलाए गए इस अभियान की रिपोर्ट में सामने आया है कि बुलंदशहर के लोग शराब पीकर गाड़ी चलाने के साथ-साथ गाड़ी को सड़क पर कहीं भी पार्क के देने में माहिर हैं जबकि मेरठ के लोग बिना ड्राइविंग लाइसेंस के गाड़ी चलाने में आगे हैं।
मेरठ के डीआईजी कलनिधि नैथानी ने मेरठ परिक्षेत्र में ऑपरेशन "नकेल" शुरू कराया। जब इस अभियान के आंकड़े आए तो उन्होंने सभी को हैरान कर दिया। नो पार्किंग के नियमों का उल्लंघन करने में मेरठ महानगर में 327 वाहनों के चालान किए गए जबकि बुलंदशहर में इनकी संख्या 364 निकली। बागपत जिले में नो पार्किंग के सबसे कम महज 94 मामले सामने आए जबकि हापुड़ में भी 143 ऐसे मामले सामने आए। इसी तरह से जब बिना ड्राइविंग लाइसेंस और फर्जी लाइसेंस वालों की जांच की गई तो मेरठ में सबसे अधिक 294 मामले सामने आए जबकि बुलंदशहर में 110 मामले सामने आए। बागपत में भी 109 मामले सामने आए और हापुड़ में सबसे कम में 54 मामले सामने आए। इसी तरह से जब शराब पीकर वाहन चलाने वाले लोगों की चेकिंग की गई तो जनपद मेरठ में 11 मामले सामने आए जबकि बुलंदशहर में 23 मामले सामने आए। बागपत में चार मामले सामने आए जबकि हापुड़ में ऐसे 13 मामले सामने आए। इससे साफ पता चलता है कि बागपत के लोग ट्रैफिक नियमों का पालन करते हैं जबकि ट्रैफिक नियमों को तोड़ने में बुलंदशहर के लोग सबसे आगे हैं।
Updated on:
25 Nov 2025 11:25 pm
Published on:
25 Nov 2025 09:40 pm
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